
अयोध्या में चल रहे भव्य राम मंदिर निर्माण से जुड़ी कुछ नई तस्वीरें जारी हुई हैं. इसमें नजर आ रहा है कि कार्य किस तेजी से चल रहा है. नई-नई शिलाएं लगाई जा रही हैं. शिलाओं में शानदार नक्काशी नजर आ रही है. हिंदू देवी-देवातओं की मूर्तियों को बेहतरीन कारिगरी के साथ तैयार किया गया है.
बता दें कि, अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है. यहां मंदिर में स्थापित होने वाले रामलला की मूर्ति के तीन विग्रह लगभग तैयार हो गए हैं. अगले महीने यानी दिसंबर में तीन में से एक विग्रह का चयन हो सकता है. मंदिर में रामलला के 5 साल के बाल्य रूप का विग्रह स्थापित होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी 2024 को अपने हाथों से भगवान की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे.
तीनों विग्रहों का निर्माण जारी
बता दें कि, अयोध्या के रामसेवक पुरम में इन तीनों विग्रहों का निर्माण चल रहा है. यह बिल्कुल आखिरी चरण में है. यानी फिनिशिंग टच दिया जा रहा है, लेकिन जिस जगह पर रामलला के तीनों विग्रह तैयार हो रहे हैं, वहां किसी को जाने की अनुमति नहीं है. इन तीनों विग्रह में जो सर्वश्रेष्ठ होगा, उसका चयन गर्भ गृह में स्थापना के लिए किया जाएगा. यह चयन प्रक्रिया अगले माह होगी.
पीएम मोदी की मौजूदगी में होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
हाल ही में मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया था कि तीन मंजिला राम मंदिर के भूतल का निर्माण दिसंबर के अंत तक पूरा हो जाएगा और प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को होगी. वहीं, राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास जी महाराज ने बताया कि 15 जनवरी से 24 जनवरी को अनुष्ठान होगा. हमारी ओर से PMO को पत्र लिखा गया और इस पर जवाब भी आ गया है. अब यह तय हो चुका है कि 22 तारीख को पीएम मोदी अयोध्या आएंगे, तो प्राण प्रतिष्ठा 22 तारीख को ही होगी.
राम मंदिर में होगी 20 पुजारियों की नियुक्ति
अयोध्या में राम मंदिर के पुजारी पद के लिए 3000 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था. इसमें से 200 उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया. मकर संक्रांति के बाद 22 जनवरी 2024 को रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे. ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने बताया था कि इन 200 उम्मीदवारों में से 20 का चयन होना है. चयनित उम्मीदवारों को छह महीने की ट्रेनिंग के बाद पुजारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा और विभिन्न पदों पर तैनात किया जाएगा. ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने बताया कि जो लोग चयनित नहीं भी हुए हैं, वे भी ट्रेनिंग में हिस्सा ले सकते हैं, इन्हें प्रमाण पत्र दिए जाएंगे. इन उम्मीदवारों को भविष्य में मौका दिया जा सकता है. उम्मीदवारों की ट्रेनिंग शीर्ष संतों द्वारा तैयार धार्मिक पाठ्यक्रम पर आधारित होगी. ट्रेनिंग के दौरान उम्मीदवारों को मुफ्त भोजन और आवास मिलेगा और 2,000 रुपये का भत्ता भी दिया जाएगा.