अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तमाम तरह की तैयारी की गई हैं. इनमें से एक है ट्रैफिक व्यवस्था को मेनटेन करना. क्योंकि, प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए पीएम मोदी, सीएम योगी जैसे तमाम वीआईपी मेहमान अयोध्या आएंगे. दूसरे देशों के लोग भी राम नगरी पहुंचेंगे.
ऐसे में अयोध्या के रास्ते पर ट्रैफिक की कोई समस्या ना हो इसके लिए प्लान तैयार कर लिया गया है. 22 जनवरी को लखनऊ से अयोध्या तक जाने वाले मुख्य रास्तों पर ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा.
किन प्रमुख रास्तों का होगा इस्तेमाल?
बता दें कि लखनऊ से अयोध्या जाने वाले प्रमुख तीन रास्तों में शहीद पथ, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और किसान पथ का इस्तेमाल होगा. इसमें से कानपुर रोड से शुरू होकर फैजाबाद रोड तक जाने वाले शहीद पथ और फिर कमता से बाराबंकी होते हुए अयोध्या जाने वाले हाईवे को विशेष रूप से ग्रीन कॉरिडोर के लिए तैयार किया जा रहा है.
साथ ही शहीद पथ पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, जिनसे ट्रैफिक कंट्रोल रूम से नजर रखी जाएगी. लखनऊ पुलिस ने ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए सबसे ज्यादा ध्यान शहीद पथ से होते हुए चिनहट इंदिरा नहर बाराबंकी के रास्ते पर लगाया है. इसके लिए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम यानी ITMS कंट्रोल रूम से अयोध्या जाने वाले हर रास्ते पर नजर रखी जा रही है.
हर रास्ते पर पुलिस की निगरानी
CCTV कैमरा के जरिए ट्रैफिक पुलिस 24 घंटे नजर रख रही है और 18 जनवरी के बाद से अयोध्या की तरफ जाने वाले हर रास्ते और अयोध्या के हर रास्ते पर पुलिस की निगरानी होगी. ITMS कंट्रोल रूम के जरिए ट्रैफिक पुलिस लखनऊ से अयोध्या तक ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाएगी.
लखनऊ के जॉइंट सीपी उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि 18 जनवरी से अयोध्या की तरफ भारी वाहनों के जाने पर रोक लगाई जाएगी. ट्रैफिक डायवर्जन की व्यवस्था 22 जनवरी से पहले ही अयोध्या पुलिस के साथ समन्वय कर लागू होगी.
22 जनवरी को किसी भी तरह का ट्रैफिक अयोध्या की तरफ बिना अनुमति या पास के नहीं जाने दिया जाएगा. भारी वाहन लखनऊ में भी प्रवेश नहीं करने दिए जाएंगे. लखनऊ के आउटर इलाके में ही ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाएगा. ताकि शहर से होते हुए अयोध्या जाने वाले रास्ते पर कोई दिक्कत ना पैदा हो.