नोएडा में बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां एक घरेलू उपभोक्ता को 4 करोड़ रुपये का बिल थमा दिया गया. इतना भारी-भरकम बिल देखकर घर मालिक के होश उड़ गए. पीड़ित ने विद्युत निगम से इस पूरे मामले की शिकायत की है. घटना इलाके में चर्चा का विषय बन गई है. लोगों को यकीन नहीं हो रहा कि सिर्फ एक घर का बिल करोड़ों में आ सकता है.
बता दें कि बिजली विभाग की तरफ से नोएडा के सेक्टर-122 में रहने वाले एक घरेलू उपभोक्ता को जुलाई में 4 करोड़ 2 लाख का बिजली बिल भेज दिया गया. फोन पर बिजली बिल का मैसेज देख उपभोक्ता के होश उड़ गए. इसके बाद उसने विद्युत निगम से इस पूरे मामले की शिकायत की है. घर मालिक ने कहा कि बिजली कंपनी से एक एसएमएस अलर्ट मिला, जिसमें बताया गया कि उनका तीन महीने का बिजली बिल- 9 अप्रैल से 18 जुलाई तक- 4,02,31,842.31 रुपये था और रकम जमा करने की अंतिम तारीख 24 जुलाई थी.
जानकारी के मुताबिक, सेक्टर-122 के सी ब्लॉक निवासी बसंत शर्मा रेलवे में काम करते हैं. जुलाई में बसंत के मोबाइल पर बिजली बिल का हर बार की तरह इस बार भी मैसेज आया. लेकिन इस बार बिजली बिल का अमाउंट देख बसंत शर्मा के होश उड़ गए. क्योंकि, बिजली विभाग के तरफ से भेजे गए बिल में बसंत शर्मा को चार करोड़ दो लाख का बिल भेजा गया था.
बसंत प्रशिक्षण के लिए शिमला गए हुए थे. बसंत ने तुरंत अपना बिजली बिल देखकर सेक्टर के आरडब्ल्यूए पदाधिकारी को इसकी जानकारी दी और बिजली विभाग से शिकायत की. बसंत को बिजली विभाग ने 24 जुलाई तक बिजली बिल भरने का समय दिया था. बताया जा रहा है बसंत के यहां हर महीने औसतन 1000 रुपये बिजली बिल आता है, मगर इस बार अचानक बिल 4 करोड़ का आ गया.
सेक्टर-122 के आरडब्ल्यूए प्रेजिडेंट ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे सेक्टर के एक निवासी का फोन कॉल आया था कि उनका बिल 4 करोड़ 2 लाख से ज्यादा का आया है. इस तरह की शिकायत सेक्टर में होती रहती है. हमारे सेक्टर में अक्सर लोगों के बिल हाई करके आ जाते हैं. बाद में बिजली विभाग के दफ्तर में चक्कर काटकर बिल कम करवाया जाता है.
वहीं, इस मामले की जानकारी बिजली विभाग के अधिकारियों को हुई जिसके बाद बिजली बिल को कम करके 28 हजार कर दिया गया है. विद्युत निगम नोएडा के मुख्य अभियंता हरीश बंसल ने बताया कि एक मामला हमारे संज्ञान में आया था, उपभोक्ता का बिल होल्ड कर दिया गया था, लेकिन उसके बाद भी मैसेज उनके पास चला गया, ये मानवीय भूल है, अब बिल को ठीक कर दिया गया है. फिलहाल, उपभोक्ता के पास नया बिल भेजा जा रहा है.