नोएडा पुलिस ने गुरुवार को दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया, जो ड्रग्स की तस्करी के लिए रेंटल कार का इस्तेमाल करते थे. पुलिस ने उनके पास से 100 किलो गांजा बरामद किया है. पूछताछ में उन्होंने बताया कि इतनी बड़ी मात्रा में गांजा वे ओडिशा से तस्करी करके लाए थे. इसके बाद नोएडा पुलिस ने ड्रग पेडलिंग के लिए रेंटल कारों का उपयोग करने वाले तस्करों को लेकर दिल्ली एनसीआर के शहरों को अलर्ट जारी किया है.
नोएडा पुलिस ने कुछ महीनों पहले ही शहर के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में नशीली दवाओं की आपूर्ति को लेकर बड़ी कार्रवाई की थी और इसमें शामिल गिरोह का भंडाफोड़ किया था. पुलिस के इस एक्शन के बाद ड्रग पेडलिंग का यह नया तरीका सामने आया है. दो संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बताया कि नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए इंस्टैंट ऐप-बेस्ड पैकेज डिलीवरी सर्विस का उपयोग किया जा रहा है.
आरोपियों के पास से 25 लाख का गांजा बरामद
पुलिस ने कहा कि संदिग्धों को एक गुप्त सूचना के आधार पर गुरुवार तड़के सेक्टर 20 पुलिस स्टेशन के अधिकारियों के साथ स्पेशल क्राइम रिस्पॉन्स टीम ने पकड़ा. पकड़े गए संदिग्धों की पहचान गाजियाबाद के रहने वाले विकास शर्मा और बिजनोर के मूल निवासी कपिल चौधरी के रूप में की गई है. नोएडा डीसीपी विद्या सागर मिश्रा ने कहा कि पुलिस ने आरोपियों के पास से 102 किलोग्राम गांजा और उनकी महिंद्रा स्कॉर्पियो जब्त कर ली है. जब्त गांजे की ब्लैक मार्केट में अनुमानित कीमत 25 लाख रुपये है.
दोनों ने ओडिशा के संबलपुर से गांजा खरीदा था
डीसीपी के मुताबिक एक आरोपी (कपिल) का आपराधिक इतिहास भी है और उस पर (2013 के) हत्या के एक मामले में मुकदमा चल रहा है. दोनों आरोपी एक-दूसरे के रिश्तेदार हैं और पहले भी ऐसे अपराधों में शामिल रहे हैं. पूछताछ के दौरान, दोनों संदिग्धों ने पुलिस को बताया किया कि उन्होंने जूम ऐप का उपयोग करके कार बुक की थी. डीसीपी ने कहा कि हम विस्तार से जांच कर रहे हैं कि वे कारों को कैसे बुक करते थे और उनका उपयोग कैसे करते थे. आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने ओडिशा के संबलपुर से गांजा खरीदा था.
रेंटल कारों की मदद से NCR में करते थे डिलीवरी
दिल्ली एनसीआर में उन्हें अपने ग्राहकों को गांजे की आपूर्ति करनी थी. नोएडा पुलिस दोनों आरोपियों के ग्राहकों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के प्रयास में जुटी है. डीसीपी विद्या सागर मिश्रा ने कहा, 'हमें गिरोह के तीन सदस्यों के बारे में जानकारी थी, जिनमें से दो को पकड़ लिया गया है, जबकि उनके तीसरे साथी को भी गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं. उन्होंने गांजा यहां लाने के लिए परिवहन के विभिन्न साधनों का इस्तेमाल किया और फिर स्थानीय आपूर्ति के लिए किराये की कारों का इस्तेमाल किया. दोनों के खिलाफ नोएडा सेक्टर 20 पुलिस स्टेशन में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम के प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है'.