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मुख्तार अंसारी मौत मामले में मजिस्ट्रेट जांच शुरू, दो घंटे बांदा जेल में रुकीं सिविल जज

बांदा जिले में माफिया मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर जेल प्रशासन पर कई आरोप लगाए गए थे, जिसकी जांच प्रक्रिया अब तेज हो गई है. बुधवार दोपहर में सिविल जज सीनियर डिवीजन गरिमा सिंह के साथ अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार मामले की जांच करने मंडल कारागार बांदा पहुंचे. जेल सूत्रों ने बताया कि न्यायिक मजिस्ट्रेट और ADM के सामने मुख्तार की तन्हाई बैरक को खोला गया.

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मुख्तार अंसारी मौत मामले में मजिस्ट्रेट जांच शुरू
मुख्तार अंसारी मौत मामले में मजिस्ट्रेट जांच शुरू

मुख्तार अंसारी की मौत के मामले में न्यायिक और मजिस्ट्रेटियल जांच करने अफसर बांदा जेल पहुंचे. न्यायिक मजिस्ट्रेट गरिमा सिंह और ADM वित्त राजेश कुमार ने दो घंटे जेल में पहुंचकर जांच की. इस दौरान मुख्तार की बैरक को मजिस्ट्रेट के सामने खोला गया और सीसीटीवी चेक किए गए. इसके अलावा बैरक में रखे सामान की बारीकी से जांच की गई और जेल कैंपस में मौजूद रजिस्टार के बयान दर्ज किए गए.  

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बता दें, बीते 28 मार्च को बांदा के मेडिकल कॉलेज में माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. जिसके बाद न्यायिक और मजिस्ट्रेटियल जांच के आदेश दिए गए थे. उसी क्रम में गुरुवार माफिया की मौत के मामले में जांच करने मजिस्ट्रेट जेल पहुंचे.

न्यायिक मजिस्ट्रेट और ADM बांदा जेल पहुंचे

जेल सूत्रों ने बताया कि न्यायिक मजिस्ट्रेट और ADM के सामने मुख्तार की तन्हाई बैरक को खोला गया. वहां रखे सामान की जांच की गई. पिछले कई दिनों के CCTV के साथ रजिस्टर, सुरक्षा में तैनात रहे स्टाफ के बयान भी दर्ज किए गए. 

28 मार्च को हुई थी मुख्तार अंसारी की मौत 

26 मार्च को भी मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब हुई थी, जिसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, करीब 14 घंटे के इलाज के बाद उसे वापस फिर जेल भेज दिया गया था. इसके बाद मुख्तार की 28 मार्च को फिर तबीयत बिगड़ी और उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई थी. मुख्तार ने जेल में स्लो पॉइजन देने का आरोप लगाया था.

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