अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव, रामगोपाल यादव और शिवपाल यादव की जांच होगी. दोषी पाए जाने पर ये लोग जेल जाएंगे. राजभर यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि सबसे बड़े भूमाफिया को बचाने के लिए योगी आदित्यनाथ जी से कौन मिला था. उन्होंने यादव परिवार पर कई अन्य आरोप भी लगाए हैं.
राजभर ने कहा कि खनन घोटाले में गायत्री प्रजापति के साथ-साथ अखिलेश यादव का भी नाम आया था. गोमती रिवर फ्रंट मामले में रामगोपाल यादव, शिवपाल और अखिलेश यादव का नाम है. इन लोगों ने शिवपाल यादव को भेजा था कि जाओ भारतीय जनता पार्टी के साथ. जब शिवपाल यादव को बंगला और सिक्योरिटी मिली तो यही अखिलेश यादव कहते थे कि वो भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर काम करते हैं. इतना ही नहीं उनको भारतीय जनता पार्टी की बी टीम भी कहते थे. आज उनको अपने साथ ले लिया.
'झूठ बोलने में बहुत माहिर हैं समाजवादी पार्टी के लोग'
इसके बाद उन्होंने कहा कि प्रोफेसर रामगोपाल के ऊपर 100 से ज्यादा मुकदमे हैं. उनको बचाने के लिए मुख्यमंत्री जी से खुलेआम जाकर मिले. समाजवादी पार्टी के लोग झूठ बोलने में बहुत माहिर हैं. वहीं, रामगोपाल यादव ने कहा कि उनके ऊपर एक भी मुकदमा नहीं है. इस पर राजभर ने कहा कि रात में जाकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री मिलेंगे कि जान बचा लीजिए.
'इन लोगों की तरह एसी में बैठकर राजनीति नहीं करते'
सुभासपा प्रमुख ने आगे कहा कि जब पुलिस की भर्ती होती थी तब इनको केवल अपनी बिरादरी के लोग दिखाई देते थे. अखिलेश, शिवपाल और प्रोफेसर रामगोपाल एक नाम बता दें जिसे पुलिस, लेखपाल और दरोगा बनाया हो. शायद उनको पता नहीं है कि ओमप्रकाश राजभर 24 घंटे में 12 से 18 घंटा अपने लोगों के बीच रहते हैं. इन लोगों की तरह एसी में बैठकर राजनीति नहीं करते हैं.
समाजवादी पार्टी के बड़े नेताओं के बस्ती में चुनाव प्रचार करने पर राजभर ने कहा कि ये सब दगे हुए कारतूस हैं. हमने पूरे देश की राजनीति में राजभर समाज को लाकर खड़ा कर दिया है. आज देश में महाराजा सुहेलदेव की चर्चा सभी लोग करने लगे हैं.
'सच तो ये है कि बीजेपी से सिफारिश की थी कि बचा लो'
राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव, शिवपाल यादव और रामगोपाल यादव घोटालेबाज हैं. इनकी जांच होगी. जांच में दोषी पाए जाने पर ये लोग जेल जाएंगे. जब सीबीआई ने जांच की तो रामगोपाल यादव के बेटे का नाम उजागर हुआ. अब वो बताएं कि कैसे बच गए. सच तो ये है कि उन्होंने बीजेपी से सिफारिश की थी कि बचा लो.