महाराष्ट्र की राजनीति में हुए सियासी उलटफेर के बाद यूपी और बिहार से नेताओं द्वारा लगातार बयानबाजी की जा रही है. लोजपा नेता चिराग पासवान और बिहार बीजेपी नेता अरविंद कुमार सिंह ने तो जेडीयू में टूट की भविष्यवाणी कर दी है. वहीं अब उत्तर प्रदेश से सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि महाराष्ट्र ही नहीं उत्तर प्रदेश में भी बड़ा हेरफेर होने वाला है और सपा के कई विधायक उनके संपर्क में हैं.
बीजेपी तक पहुंचाएंगे पैगाम- राजभर
ओपी राजभर ने कहा कि सपा के कई विधायक हमारे संपर्क में हैं और वह कभी भी पाला बदलने को तैयार हैं. राजभर ने कहा, 'कोई विधायक मंत्री बनना चाहता है, कोई सांसद. हम उनका पैगाम बीजेपी तक पहुंचाने का काम करेंगे. वे अखिलेश यादव के रवैये से नाराज़ हैं. जयंत चौधरी अखिलेश यादव से खुश नहीं है और वह जा सकते हैं. '
मायावती का जिक्र करते हुए राजभर ने कहा, 'मायावती के बिना किसी गठबंधन के कोई मायने नहीं है, अगर वह आए तो मैं भी शामिल हो सकता हूं. इसी लखनऊ में मुस्लिम चार खेमें में बट गए हैं, अब मुसलमान भाजपा को भी वोट दे रहे हैं, मायावती के भी साथ हैं. आप जब नौकरी बांटेगे तब मुस्लिम को नहीं देंगे. इस बात को लेकर हर वर्ग नाराज़ है. कांग्रेस भी चाह रही है कि मायावती को मोर्चे में लिया जाए. '
सपा प्रवक्ता का बयान
राजभर के सपा विधायको के दावे पर पर सपा प्रवक्ता अमीक जमई ने कहा, 'राजभर को यह तय करना पड़ेगा पहले की वह जाना कहां चाहते हैं, अब्बास अंसारी के लिए कभी अमित शाह से भीख मांगते हैं, फिर मायावती की बात करते हैं और बीजेपी सरकार में मंत्री भी बनना चाहते हैं.'
चिराग का दावा
इससे पहले पूर्व लोजपा नेता और लोकसभा सांसद चिराग पासवान महागठबंधने के विधायकों , सांसदों और नेताओं में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर असंतोष है. इसलिए जेडीयू के कई विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि कुछ विधायक मेरे संपर्क में भी हैं. इस बीच जेडीयू में टूट की संभावना को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी का भी बयान आया है. उन्होंने कहा है कि पूरी जेडीयू बीजेपी के साथ आने के लिए तैयार है. सम्राट ने आगे कहा है कि जेडीयू से जो भी बीजेपी में आएगा, उसका पार्टी में स्वागत किया जाएगा.
बिहार के विपक्ष में भी हो सकती है टूट
इससे पहले बीजेपी नेता सुशील मोदी ने भी दावा किया था कि बिहार में भी विपक्षी दलों में ऐसी टूट हो सकती है. पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि शरद पवार की पार्टी एनसीपी में विद्रोह विपक्षी एकता की पटना बैठक का परिणाम है, जिसमें राहुल गांधी को प्रोजेक्ट करने की जमीन तैयार की जा रही थी. सुशील मोदी ने कहा था कि बिहार में भी महाराष्ट्र-जैसी स्थिति बन सकती है, इसे भांप कर नीतीश कुमार ने विधायकों से अलग-अलग (वन-टू-वन) बात करना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के विधायक-सांसद न राहुल गांधी को स्वीकार करेंगे, न तेजस्वी यादव को. पार्टी में भगदड़ की आशंका है.