उत्तर प्रदेश के आगरा से एक अजब-गजब मामला सामने आया है. जहां एक थाने में विदेशी तोते के मालिकाना हक को लेकर दो पक्षों के बीच पंचायत हुई. घंटों चली इस पंचायत के बाद पुलिस फैसला सुनाया और विदेशी नस्ल के तोते को पालने वाले परिवार को सौंप दिया. इसके बाद उस परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
यह अनोखा मामला शनिवार दोपहर हुआ. दो परिवार थाना कमला नगर के बल्केश्वर थाने पहुंचे. एक परिवार के हाथ में पिंचरा में बंद तोता था, जो बार-बार मम्मी-पापा बोल रहा था. पुलिस के मामले को समझने से पहले ही दोनों परिवार तोते पर अपना मालिकाना हक जताने लगे.
दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर आरोप लगाया और खुद को तोते का मालिक बताया. पुलिस ने जब पूछताछ शुरू की, तो पता चला कि चार साल पहले बल्केश्वर में रहने वाले परिवार ने दूसरे पक्ष से विदेशी नस्ल का तोता खरीदा था. 4 साल से यह परिवार तोते का भरण पोषण कर रहा था.
तोता भी उस परिवार के साथ घुल मिल गया था और मालिक को मम्मी-पापा कहकर बुला रहा था. एक पक्ष की पूरी बात सुनने के बाद पुलिस ने दूसरे पक्ष दूसरे पक्ष से तोते के मालिकाना हक से संबंधित दस्तावेज मांगे. मगर, वो परिवार सबूत के तौर पर पुलिस के सामने कुछ नहीं रख पाया. इसके बाद पुलिस ने तोते की देखभाल करने वाले परिवार को तोता सौंप दिया.
पुलिस का यह फैसला सुनाते ही परिवार तोते को अपने साथ ले गया. तोते के मालिकाना हक को लेकर यह विवाद चर्चा का विषय बना हुआ है. ऐसा बताया जा रहा है कि दूसरे पक्ष को इस तोते की अच्छी कीमत मिलने वाली थी. इसकी वजह से उसके मन में लालच आ गया और तोता वापस पाने के लिए शिकायत लेकर थाने आया था.