यूपी के गोरखपुर में सनसनीखेज वारदात सामने आई है. यहां दो पक्षों के बीच कई दिनों से रास्ते को लेकर विवाद चल रहा था. मंगलवार को विवाद इतना बढ़ गया कि एक पक्ष ने लाइसेंसी असलहे से दूसरे पक्ष पर फायरिंग कर दी. इसमें 55 वर्षीय रामधनी निषाद की मौत हो गई. फायरिंग में मृतक की पत्नी हेमलता के साथ बेटा सुमन भी घायल है. दोनों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है. गोली मारने के बाद हमलावरों ने मृतक के घर में तोड़फोड़ की और घर के बाहर छप्पर व अन्य सामान में आग लगा दी. इस वारदात से पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई.
दरअसल, गीडा इलाके के अमटौरा गांव के रहने वाले पटेश्वरी सिंह और रामधनी निषाद के बीच किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था. सोमवार को रामधनी के परिवार में कोई कार्यक्रम था. इस दौरान साइकिल खड़ी करने को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ. इस विवाद में रामधनी ने पटेश्वरी सिंह की पत्नी पर डंडे से हमला कर घायल कर दिया था.
ग्रामीणों का कहना है कि यह मामला पुलिस के पास भी पहुंचा था. पुलिस ने दोनों पक्षों में समझौता करा दिया था. आरोप है कि मंगलवार दोपहर दोनों पक्षों में एक बार फिर विवाद हो गया. देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि पटेश्वरी सिंह के बेटे टिकलू सिंह ने अपने लाइसेंसी असलहे से फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें रामधनी निषाद को गोली लगी और मौके पर ही उनकी मौत हो गई.
यह भी पढ़ें: नशे में गाली देने पर कर दी दोस्त की हत्या... जिस चाकू से काट रहा था सब्जी, उसी से उतारा मौत के घाट
गोली मारने के बाद हमलावर ने मृतक के घर में तोड़फोड़ कर दी. घर के बाहर छप्पर और अन्य सामान में आग लगा दी, इससे पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई. घटना के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जायजा लिया.
सूचना के बाद पहुंची पुलिस रामधनी को अस्पताल ले गई, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आरोपी की तलाश की जा रही है. पुलिस का कहना है कि पीड़ित परिवार से जो भी तहरीर मिलेगी, उसके आधार पर केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.
घटना के बाद मृतक के बेटे ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप है कि कल विवाद होने के बाद जब फोन किया गया तो एक घंटे के बाद पुलिस पहुंची थी, फिर भी कार्रवाई नहीं की गई. कार्रवाई की गई होती तो आज पिता की हत्या नहीं होती.