लंबे इंतजार के बाद रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं. ऐसे में हर कोई अपने आराध्य को कुछ ना कुछ अर्पित करना चाहता है. इसी क्रम में मिथिला की तरफ से भी प्रभु राम को सोने का धनुष-बाण अर्पित किया जाएगा. यह अर्पण पटना महावीर मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष किशोर कुणाल करेंगे.
श्री राम जन्मभूमि का फैसला आने के बाद पटना महावीर मंदिर ट्रस्ट ने ही 10 करोड़ रुपये मंदिर निर्माण के लिए देने की बात कही थी. जिसकी अंतिम किस्त भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पहले अर्पित कर दी जाएगी.
पटना महावीर मंदिर ट्रस्ट की तरफ से कब कितना दान दिया गया?
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने के बाद महावीर मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष किशोर कुणाल ने मंदिर निर्माण के लिए 10 करोड़ अर्पण करने की बात कही थी. राम मंदिर ट्रस्ट का बैंक खाता खुलने के बाद उन्होंने 2 अप्रैल को 2 करोड़ रुपये की पहली किस्त दी थी. फिर 2021 और 2022 में उन्होंने दूसरी और तीसरी किस्त भी दे दी.
11 जुलाई को उन्होंने दो करोड़ की चौथी किस्त दी थी. जबकि, अंतिम किस्त 15 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पहले दे दी जाएगी. इस तरह पटना महावीर मंदिर की तरफ से 10 करोड़ की धनराशि पूरी हो जाएगी.
मिथिला की तरफ से प्रभु राम को भेंट
किशोर कुणाल कहते हैं बहुत सोचने के बाद यह तय किया गया कि मिथिला की तरफ से प्रभु राम के नए भवन में विराजने से पहले क्या अर्पण किया जाए. अब यह फैसला हुआ कि श्री राम ने धनुष भंग किया था, उसके बाद ही सीता जी से परिणय हुआ था. इसलिए धनुष ही एक ऐसा संपर्क सूत्र है जो मिथिला और अयोध्या में समन्वय बनाने का काम करेगा.
ऐसे में हम लोग सोने का धनुष बाण प्राण प्रतिष्ठा से पहले राम मंदिर ट्रस्ट को अर्पित करेंगे. जिसको चेन्नई की कंपनी बना रही है और वह 12 जनवरी तक अयोध्या आ जाएगा.
बकौल किशोर कुणाल- रामलला अपने घर में वापस आ रहे हैं. इसलिए इस मौके पर हर कोई अपनी तरफ से कुछ ना कुछ श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहा है. महावीर मंदिर पटना की तरफ से हमने बहुत मंथन करने के बाद उन्हें सोने का धनुष बाण सौंपने का निर्णय लिया है.
महावीर मंदिर के लिए जो सोने का कलश बना रही कंपनी है, उसी को हमने धनुष बाण बनाने का काम भी दिया है. 15 जनवरी को धनुष बाण अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट को सौंप देंगे. 10 करोड़ रुपये भी दिए जा रहे हैं.
किशोर कुणाल ने आगे कहा कि हमने पाया है कि जो तांबे पर सोने की परत बिछाई जाती है वह अधिक स्थाई रहती है. पटना महावीर मंदिर में 20 साल से इसकी चमक फीकी नहीं हुई है. वैसा ही सोने का धनुष बाण प्रभु को अर्पित करेंगे.