यूपी के पीलीभीत में बेटा-बेटी की हत्या के बाद पिता द्वारा सुसाइड करने के मामले में नया मोड़ आ गया है. मृतक की जेब से जो सुसाइड नोट मिला है, उससे पुलिस भी हैरान है. सुसाइड नोट में लिखा है कि 'यह सब आत्मा ने कराया है, बदला पूरा हुआ.'
सुसाइड नोट में जो बातें लिखी हैं, उनसे गांव में भी सनसनी फैल गई है. वहीं तीनों शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चों की गला दबाने से मौत और पिता के फांसी लगाने से मौत की बात कही गई है.
जानकारी के अनुसार, दियूरिया कलां क्षेत्र के रंबोझा गांव में एक दिन पूर्व साइकिल मिस्त्री बालकराम ने अपने बेटा और बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी थी, इसके बाद खुद फांसी लगाकर जान दे दी. पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार को तीनों शव गांव पहुंचे. तीनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया. इससे गांव में शोक की लहर दौड़ गई.
सुसाइड नोट पर जो बातें लिखी हैं, उससे पूरे गांव में दहशत बनी हुई है. बालकराम की जेब से जो चार पेज का सुसाइ़ड नोट मिला है, उसे पढ़कर ऐसा लग रहा है कि किसी ने बोल-बोलकर बालकराम से लिखवाया है.
सुसाइड नोट में लिखी हैं ये बातें
इस सुसाइड नोट के पेज नंबर चार पर लिखा है, 'अगर किसी ने इनके परिवार बालों को दुख दिया तो उसे मैं चैन से नहीं रहने दूंगी, क्योंकि मेरा बदला पूरा हुआ. कोई समझे कि किसी की शरण में जाने से लाभ मिल जाए तो ऐसा कोई तांत्रिक संत नहीं है, जो मुझे बस में कर सके, क्योंकि बालकराम सब कुछ करके हार गए.'
आगे लिखा है, 'कोई ये समझे कि मैं इनके घर से एक दिन को दूर हुई तो यह गलत है. मैंने कभी एक क्षण के लिए इनका घर नहीं छोड़ा. अब बदला पूरा हो गया. हम सभी जा रहे हैं. अब यह लोग कहीं भी रहें, मुझे कोई लेना देना नहीं. हां, जो इनके पुराने घर हैं और परिवार के घर, वहां हमेशा रहूंगी. कानून किसी पर शक न करे, क्योंकि यह आत्मा का खेल है. कोई भी सबूत, कहीं कुछ नहीं मिलेगा. अब कोई ऐसा कदम न उठाएं, ताकि फिर किसी का घर बरबाद हो. बदला पूरा हुआ.'
पुलिस अधीक्षक दिनेश पी ने कहा कि इसके बारे में जांच की जाएगी कि सुसाइड नोट आखिर किसने लिखा है. सुसाइड नोट की राइटिंग टेस्टिंग के लिए लैब भेजा जाएगा. एसपी ने कहा कि यह मामला तंत्र मंत्र का है. सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है.
यह था पूरा मामला
पीलीभीत (Pilibhit) में बालकराम नाम के साइकिल मिस्त्री के 11 साल के बेटे और 15 साल की बेटी का शव बिस्तर पर पड़ा मिला था. वहीं बालकराम का शव दूसरे कमरे में फांसी के फंदे पर लटका था. दूसरे कमरे में सो रहे 14 साल के बेटे ने देखा तो उसने परिवार के अन्य लोगों को जानकारी दी थी.
इसके बाद सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजे थे. पुलिस का कहना था कि अंधविश्वास के चक्कर में युवक ने पहले अपने बच्चों की हत्या की और बाद में खुद फांसी के फंदे पर झूल गया. वहीं मृतक के बेटे का कहना था कि पिता और बहन पर किसी का साया आता था.