26 फरवरी को प्रयागराज महाकुंभ खत्म हो जाएगा. मुख्यमंत्री ने विधानसभा में ऐलान कर दिया कि इस कुंभ के दिन अब और नहीं बढ़ेंगे. ऐसे में 22 और 23 फरवरी इस महाकुंभ का आखिरी वीकेंड् (सप्ताहांत) है. प्रशासन को आशंका है कि महाकुंभ के इस आखिरी वीकेंड में भीड़ एक बार फिर अपने चरम पर होगी, क्योंकि अब ऐसे लोग इस महाकुंभ पहुंच रहे हैं जिन्हें लगता है कि यह कुंभ में स्नान का आखिरी मौका है और ये मौका छूटना नहीं चाहिए.
वीकेंड को लेकर एक बार फिर प्रशासन ने तैयारी कर रखी है. सभी तरह के वीआईपी पास निरस्त हैं. नए वाहन पास जारी होने बंद हो चुके हैं और लोगों को अपनी गाड़ियों को शहर के बाहर ही बनाए गए पार्किंग में पार्क करना होगा. क्योंकि अब इस महाकुंभ के कुछ आखिरी दिन शेष बचे हैं. ऐसे में प्रशासन ने सभी तरह के पास जारी करने बंद कर दिए हैं.
अखाड़े उखड़ चुके हैं, इसलिए अब स्नान के लिए मुख्य तौर पर संगम नोज, त्रिवेणी और अरेल के घाट ही श्रद्धालुओं के लिए स्नान के स्थान बचे हैं. कुंभ के लिए आने वाले श्रद्धालु कुछ बातें नोट कर लें ताकि प्रयागराज पहुंचने पर उन्हें निराश न होना पड़े:-
- मेला प्रशासन ने हर वीकेंड की तरह शनिवार और रविवार के लिए सभी तरह के वाहन पास निरस्त कर रखे हैं, यानी अगर कोई यह सोच रहा है कि उसने अपनी गाड़ी का पास बनवा रखा है और प्रयागराज आने पर उसकी गाड़ी को शहर और मेला क्षेत्र में एंट्री मिल जाएगी तो उन्हें न सिर्फ निराश होना पड़ेगा, बल्कि भारी मुसीबत भी झेलना पड़ सकता है, क्योंकि वीकेंड्स पर किसी तरह के पास मान्य नहीं होंगे.
- शनिवार और रविवार को सभी तरह के वीआईपी मूवमेंट पर रोक है. कोई भी VIP एस्कॉर्ट गाड़ियों और सायरन के साथ वह संगम नोज पर नहीं आ सकता.
- देश के कुछ बेहद ही बड़े VVIP के लिए सिर्फ अरेल घाट पर स्नान निश्चित किया गया है. जहां के 5 नंबर घाट पर सुविधाएं दी जा रही हैं.