पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर हैं और आज उनके दौरे का आखिरी दिन है. सोमवार को पीएम मोदी ने सीएम योगी और अन्य धर्म गुरुओं के साथ मिलकर स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन कर दिया है. 64 हजार स्क्वायर फीट में फैले इस मंदिर का निर्माण एक हजार करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है.
महामंदिर का उद्घाटन कर सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज स्वर्वेद मंदिर बनकर तैयार होना, इसी ईश्वरीय प्रेरणा का उदाहरण है. ये महामंदिर महृषि सदाफल देव जी की शिक्षाओं और उनके उपदेशों का प्रतीक है. इस मंदिर की दिव्यता जितना आकर्षित करती है, इसकी भव्यता हमे उतना ही अचंभित भी करती है.
उन्होंने आगे कहा कि हमेशा की तरह, काशी में बिताया हर पल अपने आप में अद्भुत है... संतों के सान्निध्य में काशी के लोगों ने मिलकर विकास और नवनिर्माण के कितने ही नए कीर्तिमान गढ़े हैं. सरकार, समाज और संतगण सब साथ मिलकर काशी के कायाकल्प के लिए कार्य कर रहे हैं.
क्या है स्वर्वेद मंदिर की खासियत
आपको बता दें कि ये स्वर्वेद मंदिर कई महत्वपूर्ण संदेश भी देता है. शांति, पर्यावरण की रक्षा-सुरक्षा का भी संदेश देते है. 18 सालो में करोड़ों की लागत से तैयार हुए यह 7 मंजिला महामंदिर दुनिया का सबसे बड़ा मेडिटेशन सेंटर माना जा रहा है, जिसमें 20 हजार लोग एक साथ ध्यान कर सकते हैं. साथ ही बताया जा रहा है कि इस महामंदिर में 3 हजार से ज्यादा दोहे भी लिखे हुए हैं. ये मंदिर आध्यात्मिक यात्रा के साथ-साथ वाराणसी की आर्थिक यात्रा को भी आगे बढ़ाएगा.
वाराणसी को मिली परियोजनाओं की सौगात
इसके अलावा मोदी आज वाराणसी को करोड़ों की परियोजनाओं की सौगात देंगे, जिसमें सड़कों और पुलों, स्वास्थ्य और शिक्षा, पुलिस कल्याण, स्मार्ट सिटी और शहरी विकास परियोजनाएं, रेलवे और हवाई अड्डों पर परियोजनाएं शामिल हैं. साथ ही न्यू पंडित दीनदयाल उपाध्याय को न्यू भाऊपुर से जोड़ने वाली 10,000 करोड़ रुपये की फ्रेट कॉरिडोर परियोजना का भी उद्घाटन करेंगे. साथ ही 166 करोड़ रुपये की लागत से बनी लहरतारा-फुलवरिया-शिवपुर फोरलेन सड़क का भी उद्घाटन करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दौरे के पहले दिन रोड शो के बाद नमो घाट पर काशी-तमिल संगमम का शुभारंभ किया.