केंद्रीय मंत्री डॉ. वीके सिंह रविवार को यूपी के गोरखपुर पहुंचे. यहां उनसे पीओके (Pakistan Occupied Kashmir) को लेकर सवाल किया गया 'क्या सरकार पीओके को लेकर कुछ करने वाली है'. इस पर सिंह ने कहा कि क्यों घबराते हो कुछ समय के बाद पीओके अपने आप आ जाएगा. पीओके के बहुत से लोगों ने कहा है कि भारत आने का रास्ता उनके लिए खोल दिया जाए.
दरअसल, गोरखपुर के रेलवे ऑडिटोरियम में रविवार को पीएम विश्वकर्म योजना का शुभारंभ हुआ. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग एवं नागरिक विमानन राज्यमंत्री जनरल डॉ. वीके सिंह इसमें बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे. सनातन धर्म पर स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणी का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों को सनातन के 'स' और 'ना' के बारे में नहीं पता है, ऐसे लोगों पर ध्यान नहीं देना चाहिए.
'घुसपैठ की बात बाद में कर लेंगे'
वीके सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आज विश्वकर्मा की बात कर लेते हैं, घुसपैठ की बात बाद में कर लेंगे. जहां तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन का सवाल है, उसको लेकर भारतीय जनता पार्टी सेवा पखवाड़ा के रूप में मना रही है. 18 तारीख को रक्तदान शिविर आयोजित किया जाएगा. इसके अलावा नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण स्वास्थ्य मेला 23 और 24 सितंबर को आयोजित किया जाएगा.
'वह बीपीएल लिस्ट ही पुरानी थी'
उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड वितरण ऐप बनाया गया है. जब आयुष्मान कार्ड दिए गए थे तो उसके एक मापदंड थे. मगर, जिस लिस्ट पर वह आधारित था, वह बीपीएल लिस्ट ही पुरानी थी. इसके बाद कई नए लोग जुड़े हैं. उनके घर जाएंगे और उनकी स्थिति देखने के बाद कार्ड बनाने का कार्य करेंगें.
'जो वंचित रह गए, उनको लाभ मिलेगा'
सिंह ने कहा कि लोगों को इसमें बहुत सुविधा मिलने वाली है. जो वंचित रह गए हैं, उनको लाभ मिलेगा. गरीब आदमी की सबसे बड़ी समस्या है कि वह बीमार पड़ते हैं तो उनका इलाज नहीं हो पता है. इलाज के लिए 5 लाख रुपये सरकार दे रही है. विश्वकर्म योजना में साक्षमता के लिए प्रशिक्षण और प्रतिदिन ₹500 और रहने की जगह के साथ ही जाते समय 15 हजार रुपये का टूल किट दिया जाएगा. ये लोगों के व्यवसाय से संबंधित है.
'5% ब्याज पर एक लाख रुपये लोन'
उन्होंने कहा कि व्यवसाय के लिए लोन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी. पांच प्रतिशत ब्याज पर एक लाख रुपये और फिर 3 लाख रुपये लोन ले सकते हैं. इससे लोग कारोबार बढ़ा सकते हैं. बाजार ढूंढने में सरकार मदद करेगी. इससे गांव-देश की उन्नति होगी और देश का नाम होगा.