उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में पुलिस ने दो ऐसे सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है जो अपने मामा के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम देते थे. चोरी से पहले दोनों भाई घरों की रेकी कर लखनऊ में रहने वाले अपने मामा को बताते थे, उसके बाद मामा लखनऊ से आकर अपने दोनों भांजों के साथ मिलकर घरों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था.
पुलिस ने जब इन दोनों भाइयों को पकड़ा और सख्ती से पूछताछ की तो चोरी की सारी घटनाओं का खुलासा कर दिया. 2 दिन पहले व्यापारी घर से लाखों की चोरी के जुर्म को भी इन दोनों ने भी कुबूल कर लिया. इनके पास से लाखों के सोने चांदी के जेवरात और 13000 रुपये नकद बरामद हुए हैं. लोनी कटरा थाने की पुलिस ने तीनों पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है.
वहीं अपर पुलिस अधीक्षक अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि राकेश कुमार वर्मा ने थाने में सूचना दी थी कि अज्ञात चोरों ने उनके घर से सोने-चांदी के जेवरात और पैसे चोरी कर लिए थे. पुलिस ने पहले 2 सक्रिय चोरों को उठाया जिसके बाद पूछताछ में पता चला कि वो मामा के साथ मिलकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे.
पकड़े गए आरोपियों के नाम अभिषेक उर्फ भोंदू, जीतू और मामा संतोष उर्फ मोल्हे है. पुलिस पूछताछ में इन तीनों चोरों ने बताया कि हम लोगों का एक संगठित गिरोह है जिसमें अभिषेक उर्फ भोंदू का सगा भाई जीतू भी शामिल है. इन लोगों ने बाराबंकी, लखनऊ और आस-पास के जनपदों के अलग-अलग क्षेत्रों में रेकी कर चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था.
एएसपी अखिलेश नारायण ने इस घटना को लेकर बताया कि पहले दोनों सगे भांजे रेकी कर मामा को बताते थे और चिन्हित घरों में रात के समय गिरोह का एक सदस्य बाहर रहता था और अन्य सदस्य घर के पीछे या बगल से दीवार फांदकर घर में प्रवेश करते थे और चोरी को अंजाम देते थे.