यूपी के कानपुर में ईंट भट्टे पर काम करने वाली हमीरपुर की दो नाबालिग बहनों ने गैंगरेप की घटना के बाद खुदकुशी कर ली थी. इसके बाद एक पीड़िता के पिता ने भी अपनी जान दे दी थी जिसके बाद अब पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में नामजद आरोपी मां-बेटी को गिरफ्तार कर लिया है.
इस मामले में दर्ज एफआईआर में गैंगरेप के आरोपी राम स्वरूप की पत्नी निर्मला और बेटी सुधा नामजद थी जिसे सिसोलर पुलिस ने अब पकड़ लिया है. बता दें कि दोनों नाबालिग लड़कियों ने गैंगरेप के बाद आत्महत्या कर ली थी. एक पीड़िता के पिता ने थाने में गैंगरेप के मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी जिसके बाद उस पर समझौते के लिए दबाव बनाया जा रहा था.
रिपोर्ट के मुताबिक हमीरपुर के सिसोलर थाना क्षेत्र का रहने वाला एक परिवार कानपुर के घाटमपुर में रहकर ईंट भट्ठे पर काम करता था. वहीं पर परिवार की दो नाबालिग बेटियों के साथ गैंगरेप की वारदात हुई थी और आरोपियों ने उसका वीडियो बना लिया था. इसके बाद दोनों पीड़िताओं ने फंदे से लटककर अपनी जान दे दी थी. इस मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.
रिपोर्ट के मुताबिक आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ईंट भट्टे का संचालक पीड़िता के परिवार पर समझौते के लिए दबाव बना रहा था और बात नहीं मानने पर धमकी भी दी गई थी. इसी से आहत होकर पीड़िता के पिता ने भी आत्महत्या कर ली थी.
कब और कैसे हुई थी घटना
दरअसल घाटमपुर में स्थित ईंट भट्टे के ठेकेदार रामस्वरूप, रज्जू, संजू ने वहीं काम करने वाली दो नाबालिग लड़कियों को पहले शराब पिलाई थी, इसके बाद उनका गैंगरेप किया था और उसका वीडियो भी बना लिया था. वीडियो और फोटो लेकर आरोपी दोनों बहनों को ब्लैकमेल करने लगे थे.
इसी बात से आहत होकर दोनों लड़कियों ने 29 फरवरी को ईंट भट्ठे के पास पेड़ पर एक साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर तीनों आरोपी रामस्वरूप, रज्जू और संजू को गिरफ्तार कर लिया था. रज्जू और संजू के मोबाइल में दोनों लड़कियों के आपत्तिजनक फोटो मिले थे, जिन्हें पुलिस ने फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया था.