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वसूली, अपराधियों को शह... कानपुर में पुलिस-पत्रकारों और वकीलों के गैंग का खुलासा

उत्तर प्रदेश में कानपुर पुलिस ने शहर में अपराध को लेकर एक जांच कराई है. इसमें 312 ऐसे लोग पाए गए हैं, जो पुलिसवाले, पत्रकार और वकील हैं और अपराधों में शामिल हैं. ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ पुलिसवाले, पत्रकार और वकील मिलकर जमीनों पर कब्जा करते हैं.

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ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी.
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी.

उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस की जांच में हैरतअंगेज खुलासा हुआ है. शहर में 312 ऐसे लोग अपराधों में लिप्त पाए गए हैं, जो पेशे से पुलिस, पत्रकार और वकील हैं. कानपुर के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर को शिकायत मिल रही थी कि कुछ पुलिसवाले, पत्रकार और वकील मिलकर जमीनों पर कब्जा करते हैं. साथ ही गैंग बनाकर वसूली करते हैं. इतना ही नहीं अपराधियों को संरक्षण देते हैं.

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जानकारी के मुताबिक, आरोपी पुलिसवालों, पत्रकारों और वकीलों पर कई बार एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं. मगर, ये लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. इसके लिए ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने कानपुर के चारों जोन में अलग-अलग गोपनीय जांच कराई. इसके बाद ऐसे लोगों की लिस्ट बनाई गई और एफआईआर दर्ज हुईं.

'पुलिसवाले, पत्रकार और वकीलों पर दर्ज हैंं FIR'

ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने उन पत्रकारों की भी लिस्ट बनानी शुरू की जिन पर 4 से ज्यादा FIR दर्ज हैं. जांच में ऐसे 312 लोग अपराधों में लिप्त पाए गए. इसमें 171 वकील हैं. इन पर 350 से ज्यादा एफआईआर दर्ज हैं. वहीं, 90 पुलिसवाले और 51 पत्रकार हैं, जिन पर 4 से ज्यादा एफआईआर दर्ज हैं.

'अपराध मुक्त करने के लिए कराई गोपनीय जांच'
 
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि शहर को अपराध मुक्त करने के लिए गोपनीय जांच कराई थी. इसमें ऐसे लोगों की लिस्ट बनाई जा रही थी, जो वकील, पत्रकार और पुलिसवाले होकर भी अपराधों में लिप्त हैं. इसमें कई ऐसे लोग हैं जिन पर आधा दर्जन से ज्यादा एफआईआर दर्ज हैं.

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'जमीनों पर कब्जा, अपराधियों को संरक्षण और अपराधों में लिप्त' 

बताया कि ये लोग जमीनों पर कब्जा कर रहे थे. अपराधों में लिप्त हैं और अपराधियों को संरक्षण दे रहे थे. ऐसे लोगों की अब जांच कर रहे हैं. इन पर हम गैंगस्टर की कार्रवाई करेंगे. बताते चलें कि शहर में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें कई गंभीर अपराधों में पत्रकारों, वकीलों और पुलिसवालों को भी जेल जाना पड़ा है.

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