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अतीक अहमद को लेकर झांसी-शिवपुरी से होकर प्रयागराज पहुंचेगी पुलिस, 24-25 घंटे का समय

उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता अतीक अहमद को लेने प्रयागराज पुलिस गुजरात की साबरमती जेल पहुंची है. सूत्रों का कहना है कि अतीक अहमद को लेकर यूपी पुलिस झांसी-शिवपुरी के रास्ते प्रयागराज तक पहुंचेगी. गुजरात से प्रयागराज तक पहुंचने में करीब 24 से 25 घंटे लग सकते हैं.

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अतीक अहमद. (File Photo)
अतीक अहमद. (File Photo)

माफिया अतीक अहमद को वापस लाने के लिए यूपी पुलिस गुजरात की साबरमती जेल पहुंची है. बताया जा रहा है कि पुलिस प्रॉडक्शन वारंट लेकर गुजरात पहुंची है. अतीक अहमद को शिवपुरी, झांसी के रास्ते वापस लाया जाएगा. अतीक को लेकर लौटने वाली प्रिजन वैन को प्रयागराज तक वापस लाने में करीब 24 से 25 घंटे तक का समय लग सकता है. बताया जा रहा है कि अतीक अहमद को लेकर यूपी पुलिस साबरमती जेल से कभी भी निकल सकती है.

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बता दें कि आज प्रयागराज पुलिस साबरमती जेल पहुंची है. सूत्रों का कहना है कि अतीक अहमद को प्रयागराज लाया जा सकता है. अभी पुलिस पूछताछ कर रही है. उमेश पाल अपहरण मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है, जिसमें फैसला आना है. इसमें अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ दोनों आरोपी हैं. अतीक अहमद के भाई अशरफ को भी बरेली जेल से प्रयागराज लाया जा सकता है.

 अतीक अहमद को लेकर झांसी के रास्ते प्रयागराज पहुंचेगी पुलिस की गाड़ी, लगेगा 25 घंटे का समय

उमेश पाल अपहरण मामला पुराना है, जिस पर आखिरी फैसला अदालत सुनाने वाली है. इसके लिए 6 हफ्ते का वक्त भी दिया गया था, लेकिन अब लगभग 8 हफ्तों के बाद 28 मार्च को यह फैसला प्रयागराज की अदालत सुना सकती है. इसी फैसले के लिए अतीक को प्रयागराज लाया जा सकता है.

शुक्रवार की रात जेल में की गई थी छापेमारी

बता दें कि शुक्रवार की रात साबरमती जेल में पुलिस टीम और अफसरों ने छापेमारी की थी. यहां हाई सिक्योरिटी जोन में अतीक अहमद को रखा गया है. राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विकास सहाय ने कहा था कि छापेमारी अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट और अन्य शहरों की केंद्रीय जेलों के साथ-साथ उप-जेलों में भी की गई.

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इस छापेमारी का उद्देश्य यह पता लगाना था कि कहीं जेलों से किसी प्रकार की गैर कानूनी गतिविधियों को तो अंजाम नहीं दिया जा रहा है, साथ ही जेल के कैदियों को नियमानुसार ठीक सुविधाएं दी जा रही हैं या नहीं. इस सघन तलाशी अभियान में खोजी कुत्तों को भी लगाया गया था.

माना जा रहा है कि अतीक अहमद ने उमेश पाल की हत्या की साजिश इसी जेल से की थी. सूत्रों की मानें तो जेल में सर्च अभियान के दौरान गृह मंत्रालय को ये जानकारी मिली कि जेल में कैदियों को मोबाइल खुद जेल के कर्मचारी ही मुहैया कराते थे.

अतीक अहमद को लेकर भी माना जा रहा है कि उसे भी जेल में मोबाइल मुहैया करवाया गया था, हालांकि पुलिस को फिलहाल सर्च के दौरान हाई सिक्योरिटी जोन से कोई आपत्तिजनक चीज नहीं मिली.

 

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