scorecardresearch
 

यूपी: धर्मात्मा निषाद की मौत पर सियासत तेज, कांग्रेस ने CM योगी को लिखा पत्र, मंत्री Sanjay Nishad का मांगा इस्तीफा

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को युवा नेता धर्मात्मा निषाद सुसाइड केस में पत्र लिखा है. इसमें राज्य मंत्री संजय निषाद के खिलाफ आरोपों की न्यायिक जांच की मांग की गई है. कांग्रेस ने मंत्री के इस्तीफे की भी मांग की है,

Advertisement
X
मंत्री संजय निषाद, मृतक धर्मात्मा निषाद और कांग्रेस नेता अजय राय
मंत्री संजय निषाद, मृतक धर्मात्मा निषाद और कांग्रेस नेता अजय राय

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निषाद पार्टी के युवा नेता धर्मात्मा निषाद सुसाइड केस में पत्र लिखा है. इसमें राज्य मंत्री संजय निषाद के खिलाफ आरोपों की न्यायिक जांच की मांग की गई है. कांग्रेस ने मंत्री के इस्तीफे की भी मांग की है, साथ ही कहा कि जांच पूरी होने तक उन्हें पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. इससे पहले सपाइयों ने भी मंत्री के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया था. 

Advertisement

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि निषाद पार्टी में प्रदेश सचिव रहे धर्मात्मा निषाद ने सोशल मीडिया पर संजय निषाद के खिलाफ आरोप पोस्ट करने के बाद कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. राय ने पत्र में कहा, "यह एक बेहद दुखद घटना है जिसकी निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग है." 

उन्होंने तर्क दिया कि मंत्री के खिलाफ आरोप न केवल राजनीतिक हैं बल्कि व्यक्तिगत भी हैं, जिनकी तत्काल और गहन जांच की जरूरत है. राय ने कहा, "जांच पूरी होने तक आरोपी मंत्री को पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है." कांग्रेस ने मृतक नेता के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और उनके एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है. 

Advertisement

अजय राय ने मुख्यमंत्री से मामले का संज्ञान लेने और तत्काल न्यायिक जांच के निर्देश देने का आग्रह किया. उन्होंने जांच पूरी होने तक मंत्री के इस्तीफे की भी मांग की. 

वहीं, पुलिस के अनुसार, रविवार को महाराजगंज जिले के पनियरा थाना क्षेत्र के नरकटहा गांव में धर्मात्मा निषाद (29) ने कथित तौर पर अपने घर में आत्महत्या कर ली. मृतक ने हाल ही में निषाद पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के मंत्री संजय निषाद पर गंभीर आरोप लगाए थे.

फ़ेसबुक पर धर्मात्मा निषाद  ने लिखा था- "मैं अपनी जिंदगी की जंग हार गया. यह मेरा आखिरी संदेश है. आज काफी सोच-विचार के बाद मैंने फैसला किया है कि यह दुनिया मेरे किसी काम की नहीं है. मैंने अपनी क्षमता के अनुसार जितने लोगों की मदद कर सकता था, करने की कोशिश की और कई बार तो मैंने अपनी क्षमता से परे जाकर लोगों की मदद भी की. इसकी वजह से मेरे हजारों राजनीतिक और सामाजिक दुश्मन बन गए. फिर भी मैं समाज के शोषित, वंचित और कमजोर लोगों की आवाज उठाता रहा. मुझे कई झूठे मुकदमों का सामना करना पड़ा और कई बार जेल जाना पड़ा."

अपने पोस्ट के अंत में धर्मात्मा ने लिखा, "अगर मैं इस दुनिया से जा रहा हूं, तो इसका सबसे बड़ा कारण डॉ. संजय कुमार निषाद और उनके बेटे प्रवीण कुमार निषाद और (इंजीनियर) श्रवण कुमार निषाद और मेरे दोस्त जय प्रकाश निषाद हैं. मैं फिर से कह रहा हूं कि अगर मैं मारना चाहता तो इन देशद्रोहियों को कभी भी मार सकता था, लेकिन मैं हत्यारा नहीं बनना चाहता था. अगर मैंने अपने सामाजिक और राजनीतिक जीवन में जाने-अनजाने में किसी के साथ कोई गलती की है, तो कृपया मुझे माफ कर दें और मेरे परिवार का ख्याल रखें."  

Advertisement

वहीं, आत्महत्या मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय निषाद ने कहा था, "धर्मात्मा निषाद मेरी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता थे और उनकी आत्महत्या की खबर से मैं स्तब्ध हूं. उनकी मौत मेरे लिए बेहद दुखद और व्यक्तिगत क्षति है. मैंने हमेशा हर संभव समय पर धर्मात्मा की मदद की, लेकिन अब धर्मात्मा निषाद के सोशल मीडिया अकाउंट से मेरे और मेरे परिवार के सदस्यों के खिलाफ दुर्भाग्यपूर्ण और गलत टिप्पणी की गई है. मुझे पूरा विश्वास है कि धर्मात्मा निषाद ऐसा कभी नहीं कर सकते. इस पोस्ट के जरिए मेरी, मेरे परिवार और निषाद पार्टी की छवि खराब करने की कोशिश की गई है. इसलिए मैं इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करता हूं ताकि सच्चाई सामने आ सके और पता चल सके कि धर्मात्मा ने ऐसा कदम क्यों उठाया और छवि खराब करने के लिए यह पोस्ट (सोशल मीडिया पर) किसने की." 

उधर, महराजगंज पुलिस ने बताया कि सोमवार को पनियरा थाने में जय प्रकाश निषाद नामक एक नामजद आरोपी और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 123 (अपराध करने की नीयत से जहर आदि से चोट पहुंचाना) और 351(3) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है. 

Live TV

Advertisement
Advertisement