हरियाणा की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने यूपी के बिजनौर में छापेमारी की. इस दौरान एक मकान से तीन लोगों को अरेस्ट किया. अफसरों का कहना है कि ये लोग मकान में भ्रूण लिंग की जांच कर रहे थे. भ्रूण जांच करने वाली पोर्टेबिल मशीन भी मिली है. गिरफ्तार आरोपियों में एक महिला भी शामिल है. पुलिस ने मौके से कैश भी बरामद किया है. फिलहाल इस पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.
जानकारी के अनुसार, हरियाणा के सोनीपत से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम का नेतृत्व कर रहे पीसीएस नोडल अधिकारी सुमित कौशिक के ने बताया कि सोनीपत के सिविल सर्जन, डीसी को काफी समय से हरियाणा के आसपास सहित बिजनौर से भी भ्रूण लिंग जांच की शिकायत मिल रही थी. इसी को लेकर उन्होंने डॉक्टर सुमित कौशिक के नेतृत्व में एक टीम तैयार की. टीम की ओर से एक फर्जी महिला ग्राहक को पहले बिजनौर के धामपुर की न्यू हिंदू कॉलोनी में भेजा गया. इसके बाद मकान में छापा मारा. इस दौरान आरोपी एक महिला की भ्रूण जांच करते हुए रंगे हाथ पकड़े गए.
जब घर की तलाशी ली गई तो वहां भ्रूण जांच करने वाली पोर्टेबल मशीन मिली, जिसके माध्यम से जांच की जा रही थी. टीम के साथ मौजूद एसडीएम धामपुर रितु सिंह की मौजूदगी में तलाशी ली गई. तलाशी के साथ-साथ उनके यहां पर अल्ट्रासाउंड सेंटर के प्रमाण मांगे गए, लेकिन मकान मालिक मनोज कुमार के पास किसी भी तरह का प्रमाण पत्र नहीं मिला.
आरोपी मनोज का नहटौर में मेडिकल स्टोर है. कोई सर्टीफिकेट न होने से स्पष्ट हुआ कि घर में फर्जी तरीके से ये गैर कानूनी कार्य किया जा रहा था. इसके बाद टीम ने ग्राहकों को लाने वाली महिला शशि और मकान मालिक मनोज के साथ ही भ्रूण जांच करने वाले युवक रविन्द्र को हिरासत में लिया. इनके खिलाफ धामपुर कोतवाली में केस दर्ज कर लिया गया है.
टीम का नेतृत्व कर रहे सुमित कौशिक ने बताया कि जो महिला मौके पर भ्रूण जांच करते हुए पकड़ी गई है, वह हरियाणा के सोनीपत की रहने वाली है. उसको सोनीपत की एक महिला डॉक्टर ने 72000 रुपये में तय करने के बाद भ्रूण जांच के लिए भेजा था. आरोपियों की तलाशी के दौरान रविंद्र के पास से 17000 और शशि के पास से 500 रुपये मिले. वहीं मकान मालिक मनोज कुमार के घर से एक तमंचा व तीन मोबाइल बरामद हुए हैं.