यूपी के प्रतापगढ़ में आज सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने एक बड़ी रैली को संबोधित किया. इस रैली को सफल बनाने के लिए कुंडा से विधायक राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के कार्यकर्ता भी जुटे थे. अखिलेश की रैली में हजारों की संख्या में जनसत्ता दल के कार्यकर्ता झंडा-बैनर लेकर पहुंचे थे. इसको लेकर अखिलेश यादव ने मंच से राजा भैया का नाम लिए बिना कहा कि जो नाराज थे, अब तो उनका भी समर्थन मिल रहा है. इस बीच अब राजा भैया को लेकर सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का बयान सामने आया है.
प्रयागराज में मीडिया से बात करते हुए केशव मौर्य ने दो टूक कहा कि बीजेपी राजा भैया के समर्थन से नहीं बल्कि अपने संगठन और कार्यकर्ताओं के बल पर चुनाव जीतेगी. इतना ही नहीं समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए मौर्य ने कहा कि सपा में गुंडे, माफिया और अपराधी शामिल हैं.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश की रैली में हुई भगदड़ और हंगामे पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि अभी तो सपा वाले सिर्फ ट्रेलर दिखा रहे हैं, चुनाव के बाद ये असली चेहरा दिखाएंगे कि हम असल में हैं क्या.
वहीं, राजा भैया के सपा के समर्थन के मुद्दे पर लेकर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हमारी पार्टी राजा भैया के समर्थन से नहीं बल्कि अपने संगठन और कार्यकर्ताओं के बल पर ये चुनाव जीतेगी. उन्होंने प्रतापगढ़ से बीजेपी प्रत्याशी संगम लाल गुप्ता की जीत का दावा किया है.
बता दें कि संगम लाल का मुकाबला सपा के एसपी सिंह पटेल से है, जिनके समर्थन में अखिलेश यादव ने रैली को संबोधित किया. अखिलेश ने मंच से कहा कि जनता का गुस्सा देखकर के यहां के प्रत्याशी (संगम लाल गुप्ता) की आंख में आंसू निकल आए हैं. देख लेना जब चुनाव सातवें चरण में पहुंचेगा जनता का गुस्सा सातवें आसमान में दिखाई देगा.
दरअसल, हाल ही में संगम लाल गुप्ता का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वो रोते हुए कह रहे थे कि तेली समाज से आने के कारण उनका विरोध हो रहा है. संगम लाल कह रहे थे कि क्या सिर्फ क्षत्रिय को ही सांसद बनने का हक है. जानकारों के मुताबिक, उनका इशारा राजा भैया की तरफ था, जो इस चुनाव में उनका समर्थन नहीं कर रहे हैं.
अखिलेश का बीजेपी पर निशाना
प्रतापगढ़ की रैली में सपा मुखिया ने कहा कि "ये जो दिल्ली वाले कहते हैं शहजादे शहजादे, इस बार शहजादे शह भी देंगे और मात भी होने जा रही है" बकौल अखिलेश- जब से कांग्रेस और समाजवादी एक और एक ग्यारह हो गए हैं तब से दिल्ली और लखनऊ का इंजन आपस में टकरा रहा है. अब लग रहा है बीजेपी का 80 में 80 का सफाया होने जा रहा है.