प्रयागराज विकास प्राधिकरण की ओर से 1 साल पहले मारे जा चुके माफिया अतीक अहमद को नोटिस जारी किया गया है. अवैध निर्माण को लेकर अतीक अहमद के नाम पर नोटिस जारी किया गया है. जानकारी के मुताबिक टीन शेड लगाकर माफिया के नजूल भूखंड पर निर्माण हो रहा था. साल 2020 में पीडीए ने बुल्डोजर चलाकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की थी. अतीक और अशरफ की मौत के बाद ही टीन शेड लगाकर निर्माण कार्य शुरू हो गया था. प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने अवैध निर्माण के खिलाफ नोटिस जारी किया है.
अवैध निर्माण रोकने के लिए अथॉरिटी की ओर से बीते 6 अप्रैल को नोटिस जारी हुआ था. हैरानी की बात ये है कि माफिया अतीक की मौत के एक साल बाद भी विकास प्राधिकरण ने उसके नाम नोटिस जारी कर दिया है.
कैसे हुई थी अतीक अहमद की हत्या?
बता दें कि अतीक अहमद की हत्या बीते साल अप्रैल महीने में हुई थी. दरअसल उमेश पाल की हत्या के मामले में पुलिस ने बीते साल अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को रिमांड पर लिया था. प्रयागराज में 15 अप्रैल की रात करीब 10 बजे पुलिस अतीक और उसके भाई को जब मेडिकल जांच के लिए अस्पताल लेकर जा रही थी उसी वक्त पत्रकार बनकर आए तीन हमलावरों अरुण मौर्या, सनी और लवलेश तिवारी ने दोनों भाइयों को गोलियों से छलनी कर दिया.
रिपोर्टर बनकर आए थे हमलावर
ये तीनों हमलावर रिपोर्टर बनकर पहले पुलिस के काफिले के नजदीक पहुंचे और जैसे ही अतीक और उसके भाई अशरफ ने मीडिया से बात करना शुरू किया उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी. जिस समय यह हमला हुआ था उस वक्त 19 पुलिसकर्मी अतीक अहमद और अशरफ की सुरक्षा में तैनात थे लेकिन फिर भी उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.