उत्तर प्रदेश की सियासत में नजूल की जमीन को लेकर हंगामा मचा हुआ है. प्रयागराज में लूकरगंज इलाके का कुछ हिस्सा भी नजूल में आता है. यहां के अधिकतर मकान नजूल के जमीन पर बने हैं. ऐसे में इलाके के लोग काफी आशंकित हैं और उन्हें अपने मकान को खोने का डर सता रहा है. लेकिन इसी लूकरगंज इलाके में 76 फ्लैट ऐसे भी हैं जो नजूल की जमीन पर बनाए गए हैं और इस फ्लैट में रहने लोग काफी खुश हैं. क्योंकि, खुद प्रदेश सरकार ने ही नजूल की जमीन पर ये फ्लैट बनाकर उनको अलॉट किए हैं.
बता दें कि प्रयागराज जिले के लूकरगंज इलाके की इस जमीन पर कभी अतीक अहमद का कब्जा हुआ करता था. यह जमीन भी सरकारी जमीन यानी नजूल की जमीन हुआ करती थी. लेकिन यूपी सरकार ने इस जमीन को अतीक के कब्जे से छुड़ाने के बाद 76 फ्लैट बनाए और इसे आम लोगों को सस्ते दरों पर मकान मुहैया कराया.
गौरतलब है कि नजूल की जमीन को लेकर उत्तर प्रदेश में खलबली मची हुई है, वे लोग काफी नाराज हैं जिनके मकान नजूल के जमीन पर हैं. प्रयागराज के भी बहुत से ऐसे इलाके/मकान हैं जो नजूल की जमीन के तहत आते हैं. जिसमें लूकरगंज का इलाका शामिल है. यहां का शायद ही कोई मकान हो जो सरकारी जमीन के जद में नहीं आ रहा हो.
लेकिन इसी लूकरगंज के 76 फ्लैट में रहने वाले लोग काफी खुश हैं. प्रदेश की योगी सरकार ने इन लोगों को ये फ्लैट दिया है. लूकरगंज ऐसा इलाका है जहां की जमीन काफी महंगी है. जिस जगह पर सरकार ने फ्लैट्स बनवाए हैं अगर वहां का फ्लैट कोई बेचता तो एक फ्लैट की कीमत तकरीबन 25 से 30 लाख जाएगी. सरकार ने आम लोगों को ये फ्लैट देते हुए इसकी कीमत तकरीबन पांच लाख रुपये रखी थी. फ्लैट खरीदने वाले को कुछ पैसा देकर महीने की किस्त बांध दी गई थी.
फ्लैट पाने वाले लोग कहते हैं कि इस जमीन पर कभी अतीक अहमद का कब्जा था और ये नजूल की जमीन थी. हमें सरकारी जमीन पर मकान बनाकर योगी सरकार ने दिया है. क्योंकि हमारे लिए मकान खरीद पाना बहुत मुश्किल था, वह भी लूकरगंज जैसे हाई प्रोफाइल इलाके में. हम सब सीएम और पीएम दोनों को धन्यवाद देते हैं.