प्रयागराज महाकुंभ में बढ़ती भीड़ और सुरक्षा कारणों को देखते हुए गाजीपुर जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं के वाहनों को अगले आदेश तक रोक दिया है. यह निर्णय प्रयागराज में मौनी अमावस्या के स्नान के दौरान हुई भगदड़ को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
गाजीपुर के रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और हाईवे पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु देखे जा रहे हैं, जो ट्रेन, बस और निजी वाहनों से प्रयागराज कुंभ जाने की कोशिश कर रहे हैं. जिला प्रशासन और पुलिस ने मुस्तैदी से सुरक्षा व्यवस्था संभाल रखी है. सड़क पर वाहनों की जांच की जा रही है और कुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं को स्थानीय लंका मैदान और आरटीआई ग्राउंड में ठहरने की व्यवस्था दी गई है.
गाजीपुर में श्रद्धालुओं के वाहनों को रोका
श्रद्धालु पश्चिम बंगाल, दार्जिलिंग, बिहार और असम जैसे दूर-दराज के इलाकों से 24 से 48 घंटे पहले ही रवाना हुए थे. हालांकि, उन्हें अब प्रयागराज में हुई भगदड़ की जानकारी मिल रही है. कई श्रद्धालु एक दिन तक रुकने के बाद आगे बढ़ने की योजना बना रहे हैं, जबकि कुछ ने प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की बात कही है.
स्थिति सामान्य होते ही श्रद्धालुओं को भेजा जाएगा
फिलहाल, प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि स्थिति सामान्य होते ही श्रद्धालुओं को प्रयागराज भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. बता दें, महाकुंभ में भगदड़ के बाद क्राउड मैनेजमेंट के लिए प्रशासन हाई अलर्ट मोड में है. प्रयागराज की सीमा में एंटर होने से पहले ही वाहनों को बैरिकेड लगाकर रोका गाय है. इन सबके बीच महाकुंभ जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.