प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ से शहर के टूरिज्म, ट्रैवल और होटल इंडस्ट्री को जबरदस्त बढ़ावा मिला है. उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को यह जानकारी दी. हालांकि तीन 'अमृत स्नान' पूरे हो चुके हैं, फिर भी हर दिन लाखों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं. इससे होटल, लॉज और लक्जरी कॉटेज की मांग बनी हुई है. सरकार के अनुसार, मंगलवार को त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 55 करोड़ से ज्यादा हो गई.
महाशिवरात्रि पर विशेष स्नान
12 साल बाद आयोजित हो रहा यह महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू हुआ था और 26 फरवरी तक चलेगा. इसमें तीन 'अमृत स्नान' और तीन विशेष स्नान की तारीख तय थीं. अब तक तीन 'अमृत स्नान' और दो विशेष स्नान हो चुके हैं. अब केवल महाशिवरात्रि (26 फरवरी) का स्नान बाकी है.
होटल इंडस्ट्री में आई तेजी
हालांकि, 29 जनवरी को हुई भगदड़ के बाद होटल बुकिंग में अचानक गिरावट आई थी. इस भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई थी और 60 लोग घायल हुए थे. लेकिन अब फिर से होटल बुकिंग में तेजी आई है. खासतौर पर 26 फरवरी के बाद के लिए एडवांस बुकिंग हो रही है.
सरकार के अनुसार, होटल और रेस्टोरेंट इंडस्ट्री में 20-30% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और मुनाफे में 5-10% का इजाफा हुआ है.
लक्जरी टेंट हाउस और होटल फुल
प्रयागराज होटल्स एंड रेस्टोरेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह ने बताया, 'शहर के थ्री और फोर स्टार होटलों, होमस्टे और लॉज में बड़े पैमाने पर बुकिंग हो रही है. मेला क्षेत्र में बने लक्जरी टेंट हाउस पूरी तरह भरे हुए हैं. इससे साफ है कि कुंभ की वजह से होटल इंडस्ट्री को काफी फायदा हो रहा है.' सरकार के अनुसार, महाकुंभ के दौरान रिकॉर्ड भीड़ जुट रही है, जिससे पर्यटन और यात्रा सेवाओं की मांग लगातार बनी हुई है और प्रयागराज का पर्यटन उद्योग तेजी से आगे बढ़ रहा है.