यूपी के प्रयागराज में शुक्रवार (24 फरवरी) को राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. पुलिस इस वारदात को अंजाम देने वाले हमलावरों की तलाश कर रही है. मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई इसको लेकर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार और प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने जानकारी दी है.
एडीजी ने कहा कि इस हत्याकांड ने पूरे प्रदेश को दहला दिया था. सरकार की तरफ से विधानसभा के पटल पर सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे. इसी क्रम में आज प्रयागराज के मध्य थाना क्षेत्र में मुठभेड़ हुई.
इसमें आरोपी अरबाज को गोली लगी. इसके पास से 32 बोर की पिस्टल बरामद हुई है. एडीजी ने कहा कि इस मामले में सात आरोपियों पर घोषित कर दिया गया है. अगर कोई व्यक्ति इनके संबंध में जानकारी देता है तो उसे इनाम दिया जाएगा.
मुस्लिम हॉस्टल में रची गई थी साजिश- पुलिस कमिश्नर
प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि सोमवार को मुठभेड़ में मारा गया अरबाज पुत्र अफाक 50 हजार का इनामी था. इसका अपराधी इतिहास खंगाला जा रहा है. इस मुठभेड़ में एसएचओ को चोट आई है.
इस दौरान उन्होंने एक सनसनीखेज खुलासा किया. बताया कि इस हत्याकांड की साजिश मुस्लिम हॉस्टल के कमरे में रची गई थी. साथ ही ये भी बताया कि वारदात में शामिल एक साजिशकर्ता सदाकत खान पुत्र शस्मशाद खान को यूपी एसटीएफ ने अरेस्ट किया है. वो गाजीपुर का रहने वाला है और एलएलबी का छात्र बताया जा रहा है. जो कि मुस्लिम हॉस्टल में रह रहा था.
कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी- बृजेश पाठक
इस मामले में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने बताया है कि प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में शामिल अरबाज को प्रयागराज पुलिस की तरफ से एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया है. दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. अभी मामले की जांच चल रही है, इसलिए अभी कुछ कहना मुश्किल है.
एनकाउंटर में मारा गया आरोपी अरबाज
हत्याकांड में एक आरोपी अरबाज को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. यह एनकाउंटर नेहरू पार्क के जंगल में हुआ है. पुलिस ने बाकी आरोपियों की तलाश तेज कर दी है. उमेश पाल की हत्या में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल किया गया था, उसे अरबाज ही चला रहा था.
अरबाज को पूर्व सांसद अतीक अहमद का करीबी बताया जा रहा है. अरबाज, अतीक अहमद की गाड़ी भी चलाता था. इस एनकाउंटर में एक पुलिसकर्मी के भी घायल होने की खबर है.
अरबाज ने पहले शूटरों को उमेश पाल के कार के पहले उतारा, फिर तेजी से गाड़ी दूसरी तरफ लेकर आया. इसमें बैठकर शूटर वारदात के बाद फरार हुए थे. अरबाज घटना के वक्त कार से बाहर नहीं उतरा था. वो प्रयागराज के सल्लापुर का रहने वाला है.
आरोपियों की तलाश में लगीं 10 टीमें
उधर, स्पेशल टास्क फोर्स की 10 टीमें आरोपियों की तलाश में दिन-रात छापेमारी कर रही हैं. इसी बीच पूर्व सांसद अतीक अहमद के घर के पास से सफेद रंग की क्रेटा कार बरामद हुई है. बदमाश गोलियां बरसाने के बाद गाड़ी छोड़कर फरार हो गए थे. पुलिस ने क्रेटा कार को जब्त कर लिया है. ये कार अतीक अहमद के घर से 200 मीटर की दूरी पर खड़ी मिली.
सूत्रों के अनुसार, वारदात को अंजाम देने के बाद शूटर कार को अतीक अहमद के घर के पास छोड़कर फरार हो गए. जांच में सामने आया है कि उमेश पाल की हत्या करने आए 7 में 2 शूटर अतीक अहमद गैंग के थे. पुलिस दबाव के चलते हत्यारे प्रयागराज छोड़कर ना भाग जाए इसलिए जिले की सीमा पर भी चेकिंग चल रही है.
एसटीएफ लखनऊ ने प्रयागराज में डाला डेरा
लखनऊ की एसटीएफ टीम ने भी प्रयागराज में डेरा डाल दिया है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एडिशनल एसपी रैंक के अधिकारी की अगुवाई में यूपी एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों की छानबीन में लगी है.
उधर, यूपी पुलिस ने गुजरात की साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद से पूछताछ की तैयारी कर ली है. सूत्रों का कहना है कि साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद ने ही हत्याकांड की साजिश रची थी. अतीक के करीबी प्रॉपर्टी डीलर के डील में उमेश पाल लगातार अड़ंगा डालने लगा था. यूपी एसटीएप को घटनास्थल से कई अहम सबूत मिले हैं.