मध्य प्रदेश में पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती कब किसकी किस्मत बदल दे, इसकी कल्पना करना भी मुश्किल होता है. इस धरती ने कई लोगों को रंक से राजा बनाया है. इसी कड़ी में नोएडा निवासी राणा प्रताप सिंह की पत्नी मीना सिंह के साथ देखने को मिला है. उन्हें एक बार फिर 8.01 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है. इसकी अनुमानित कीमत 35 से 40 लाख रुपये बताई जा रही है.
इसके पहले भी इस दंपती को पन्ना की धरा से 11 बेशकीमती हीरे मिल चुके हैं. ये दंपती नोएडा में अपना कारोबार छोड़कर पन्ना में हीरा खदानों से हीरों के खनन कार्य में जुटा है. चार दिन पहले एक किसान को करीब सात कैरेट का हीरा मिला था, जिसे उसने अपने साथियों के साथ हीरा कार्यालय पहुंचकर जमा कराया था.
दोस्तों के कहने पर शुरू किया हीरा खदान का काम
जानकारी के अनुसार, यूपी के नोएडा निवासी राणा प्रताप सिंह ने अपने दोस्तों के कहने पर साल 2021 में पन्ना आकर हीरा खदान लगाने का काम शुरू किया था. इसके बाद उन्हें एक के बाद एक अब तक कुल 11 हीरे मिल चुके हैं.
इस बार उन्हें 8.01 कैरेट का हीरा जरुआपुर गांव की उथली हीरा खदान से मिला है. यह खदान उन्होंने जरुआपुर गांव के निवासी किसान विमल सरकार के खेत में लगाई थी. इस खदान में खेत मालिक विमल सरकार 20% के पार्टनर हैं.
हीरे को जिला कार्यालय में जमा कराया गया
इसके अलावा संजय अधिकारी 5% के पार्टनर हैं. खदान खेत मालिक की देखरेख में तुआदार गौतम मिस्त्री के द्वारा संचालित की जा रही थी. इसमें मजदूरों से कार्य करवाकर उत्खनन किया था. करीब तीन माह की मेहनत के बाद यह हीरा मिला है. इसे हीरा कार्यालय में जमा करवा दिया गया है.
तुआतार गौतम मिस्त्री का कहना है कि हमने हीरे को जिला कार्यालय में जमा कराया है. मीना देवी के नाम से पट्टा बना था. खेत मालिक हमारे साथ हैं. हम तुआदार हैं. जिनके नाम हीरा खदान का पट्टा है, वो नोएडा में हैं.
हीरे को नीलामी में खुली बोली के लिए रखा जाएगा
खनिज एवं हीरा अधिकारी रवि पटेल ने कहा कि जरुआपुर की उथली हीरा खदान से हीरा प्राप्त हुआ है. मीना देवी के नाम से पट्टा था. यह हीरा 8.1 कैरेट का हीरा है. इसकी कीमत बोली के बाद तय हो सकेगी. तुआदार को करीब 12 प्रतिशत रॉयल्टी काटकर शेष राशि दी जाएगी. हीरे को अगली नीलामी में खुली बोली के लिए रखा जाएगा.
(पन्ना से दिलीप शर्मा की रिपोर्ट)