उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी का पुतला फूंका. साथ ही राहुल गांधी के खिलाफ नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने 'पिछड़ों का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान. राहुल गांधी हाय-हाय' के पोस्टर लेकर हंगामा किया. वहीं, सूरत कोर्ट के फैसले के बाद लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की संसद की सदस्यता को रद्द कर दिया है.
सहारनपुर के घंटाघर चौक पर पुतला फूंककर भाजपा विधायक राजीव गुंबर ने राहुल गांधी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा की राहुल गांधी बार-बार भारतीय जनता पार्टी और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रहे हैं. इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. आज भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ घंटाघर चौक पर राहुल गांधी का पुतला फूंका है.
सुप्रीम कोर्ट ने पीएम को निर्दोष साबित किया- विधायक राजीव गुंबर
इस मामले में विधायक राजीव गुंबर ने कहा कि राहुल गांधी ने बार-बार चोर कहकर माननीय प्रधानमंत्री का अपमान किया है. राफेल के मुद्दे पर झूठे आरोप लगाकर संसद को गुमराह करने का काम किया है. इस पर देश के सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें फटकार लगाई और जांच कमेटी ने प्रधानमंत्री को निर्दोष साबित किया. उन्होंने कहा कि राफेल के अंदर कोई घोटाला नहीं हुआ है. अब वह पुनः प्रधानमंत्री जी पर जातिगत प्रश्नचिह्न लगाकर अपमानजनक बातें कह रहे हैं. उसे हम लोग सहन नहीं करेंगे.
यह था मामला...
दरअसल, राहुल गांधी ने कर्नाटक के कोलार में 13 अप्रैल 2019 को चुनावी रैली में कहा था, ''नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेंद्र मोदी का सरनेम कॉमन क्यों है? सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?'' राहुल के इस बयान को लेकर बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने उनके खिलाफ धारा 499, 500 के तहत आपराधिक मानहानि का केस दर्ज कराया था.
अपनी शिकायत में बीजेपी विधायक ने राहुल गांधी की 2019 की चुनावी रैली का हवाला दिया था. इसको संबोधित करते हुए पूरे मोदी समुदाय को कथित रूप से राहुल गांधी ने यह कहकर बदनाम किया था कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होते हैं?