scorecardresearch
 

शामली: युवक की मौत के बाद सोशल मीडिया पर फैलाया 'मॉब लिंचिंग' का झूठ, हाई अलर्ट पर पुलिस

शामली में पुलिस ने सोशल मीडिया पर मॉब लिंचिंग की फर्जी खबरें पोस्ट करने के मामले में 5 युवकों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया. पुलिस का कहना है कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है, आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

Advertisement
X
मॉब लिंचिंग की फर्जी खबर पोस्ट करने के मामले में केस दर्ज
मॉब लिंचिंग की फर्जी खबर पोस्ट करने के मामले में केस दर्ज

शामली के जलालाबाद में सोशल मीडिया पर मॉब लिंचिंग की फर्जी खबरें पोस्ट करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भड़काऊ पोस्ट कर माहौल बिगाड़ने समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया है. जानकारी के मुताबिक कस्बे के मोहल्ला अमानत अली निवासी फिरोज कुरैशी पुत्र अफजल कुरेशी गुरुवार रात गंगा आर्य नगर में आर्य समाज मंदिर के पास गया था नशे की हालत में वो कुछ घरों में घुस गया और महिलाओं से छेड़छाड़ करने लगा. 

Advertisement

महिलाओं ने शोर माचकर पुलिस को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने मामले की जांच की और आरोपी युवक से पूछताछ कर उसे घर भेज दिया लेकिन शुक्रवार को उसकी मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा.

सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने पर हुआ विवाद 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि उसके शरीर पर किसी तरह की मारपीट के निशान नहीं थे. लेकिन इलाके के कुछ युवकों ने इस घटना को मॉब लिंचिंग का मामला बताकर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट कर दिए. पुलिस ने तुरंत ही मामले का संज्ञान लिया और पांच युवकों को गिरफ्तार कर लिया. 

सोशल मीडिया पर गलत पोस्ट कर माहौल खराब करने की कोशिश
सोशल मीडिया पर गलत पोस्ट कर माहौल खराब करने की कोशिश

पुलिस ने वसीम त्यागी, जाकिर त्यागी, आसिफ खान हेमंत, राजा खान और एक अन्य के खिलाफ धारा 196 और 353 दो के तहत मुकदमा दर्ज किया. इस मामले पर एसपी अभिषेक झा ने बताया कि मृतक फिरोज 04 जुलाई की रात को राजेन्द्र कस्बा जलालाबाद थाना थानाभवन के घर में नशे की हालत में घुस गया था, जहां दोनों पक्षों में हाथापाई हुई थी. इसके बाद फिरोज के परिजन उसे घर ले गए थे जहां उसकी मौत हो गई थी.

Advertisement

पुलिस मामले की गहराई से जांच में जुटी 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि फिरोज के शरीर पर किसी तरह की चोट नहीं थी. परिजनों की तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में केस किया गया है. जिसकी गंभीरता से जांच की जा रही है, उसी के हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में सोशल मीडिया पर मॉब लिंचिंग की खबर पोस्ट कर माहौल खराब करने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया. 

Live TV

Advertisement
Advertisement