कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा दिल्ली की सीमा पर पहुंच गई है और शनिवार सुबह दिल्ली में प्रवेश करेगी. कन्याकुमारी से कश्मीर तक के लिए निकली भारत जोड़ो यात्रा नए साल पर तीन जनवरी को उत्तर प्रदेश में एंट्री करेगी, जिसे सफल बनाने के लिए खास प्लान बनाया गया है. यूपी के 75 जिलों में से सिर्फ तीन जिलों से भारत जोड़ो यात्रा गुजरेगी, जिसमें कांग्रेस नेताओं के साथ-साथ विपक्षी दल के नेताओं को शिरकत करने के लिए न्योता देने की तैयारी है. साथ ही राहुल की पदयात्रा के जरिए कांग्रेस जातीय समीकरण साधती नजर आएगी.
भारत जोड़ो यात्रा के यूपी आगमन पर उसके कुशल संचालन के लिए बनी पार्टी की समन्वय समिति की बैठक गुरुवार को दिल्ली में हुई. समन्वय समिति के प्रमुख सलमान खुर्शीद की अगुवाई में हुई बैठक में राहुल गांधी की पदयात्रा को लेकर कार्ययोजना और रूपरेखा बनाई गई. यूपी के कांग्रेस संगठन सचिव अनिल यादव ने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा तीन जनवरी को दिल्ली से उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगी और चार दिनों में तीन जिले में 110 किलोमीटर की पदयात्रा राहुल गांधी करेंगे.
उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर से भारत जोड़ो यात्रा एंट्री करेगी. इसके बाद चार जनवरी को बागपत, पांच जनवरी को शामली और छह जनवरी को कैराना से होकर हरियाणा के सोनीपत जिले में प्रवेश में कर जाएगी. यूपी के कुल 75 जिलों में से महज तीन जिलों से यात्रा निकलेगी, लेकिन इस दौरान राहुल राजनीतिक समीकरण साधते हुए नजर आएंगे.
अखिलेश-मायावती-राजभर को न्योता
यूपी में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए विपक्षी नेताओं से अपील की गई है. राहुल की पदयात्रा में शिरकत करने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा अध्यक्ष मायावती, आरएलडी के प्रमुख जयंत चौधरी, सुभासपा के चीफ ओम प्रकाश राजभर और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद सहित तमाम विपक्षी दलों के नेताओं को निमंत्रण पत्र भेजा जाएगा. सलमान खुर्शीद ने गुरुवार को ही सुभासपा के नेता ओम प्रकाश राजभर को फोन करके भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने की अपील की. इस पर राजभर ने विचार करके बताने की बात का आश्वासन दिया.
राहुल के साथ प्रियंका भी करेंगी यात्रा
उत्तर प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी पदयात्रा करती हुई नजर आएंगी. प्रियंका गांधी यूपी की प्रभारी हैं, इसलिए राहुल गांधी के साथ सूबे में चारों दिन वह पदयात्रा करेंगी. प्रियंका इससे पहले भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ मध्य प्रदेश और राजस्थान में पैदल चल चुकी हैं, लेकिन अब उनके यूपी में भी भाई-बहन एक साथ पदयात्रा कर सियासी माहौल बनाते हुए नजर आएंगे.
जातीय समीकरण साधेगी कांग्रेस
कांग्रेस ने यूपी में भारत जोड़ो यात्रा के बहाने राजनीतिक और सामाजिक समीकरण साधने का प्लान बनाया है. इसी कड़ी में अतिपिछड़े वर्ग के अलग-अलग जाति के नेताओं और संगठन के लोग राहुल गांधी की साथ पदयात्रा में शिरकत करेंगे. इसे लेकर पार्टी नेता अनिल यादव ने बताया कि अतिपिछड़ी जातियों के जितने भी संगठन के नेता हैं, उन्हें भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेज दिया गया है.
राजभर, पाल, कुशवाहा, नाई, बंजारा, कुर्मी, मल्लाह, कश्यप, सैनी, शाक्य, चौहान सहित अतिपिछड़ी जाति के नेता राहुल गांधी के संग पहली कतार में चलेंगे. राहुल गांधी से अतिपिछड़े वर्ग के नेता अपनी समस्याएं और मुद्दों पर बात करेंगे. भारत जोड़ो यात्रा में दलित और अदिवासी समुदाय के लोग भी राहुल के साथ पदयात्रा करेंगे. इसके अलावा सिविल सोसायटी और सामाजिक संगठन से जुड़े हुए लोग भी शिरकत करेंगे तो साहित्यकार और बुद्धजीवियों भी शामिल होंगे.
कारीगर-बुनकर-मजदूर भी करेंगे यात्रा
उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा में खेतिहर मजदूर और अलग-अलग लघु उद्योग में जुटे कारीगर भी शिरकत करेंगे. अलीगढ़ के ताला उद्योग से जुड़े कारीगर, फिरोजाबाद के चूड़ी कारीगर, लोहे के काम कर रहे कारीगर, लखनऊ में चिकन के काम जुड़े कारीगर, बुनकर और कालीन कारोबार से जुड़े कारीगर पदयात्रा करेंगे और इस दौरान राहुल गांधी के साथ अपनी समस्याएं भी रखेंगे. राहुल इनके साथ अलग से भी बातचीत कर सकते हैं. किसान संगठन से जुड़े हुए लोग भी राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ा यात्रा में पैदल चलेंगे.
राहुल गांधी के साथ 11 हजार यात्री चलेंगे
उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी के साथ 11 हजार राज्ययात्री चार दिनों तक भारत जोड़ो यात्रा में पदयात्रा करेंगे. इसके अलावा यूपी से हरियाणा सीमा में प्रवेश करने से पहले राहुल की रैली में एक लाख लोगों का टारगेट रखा गया है. भारत जोड़ो यात्रा के लिए उत्तर प्रदेश में पांच लाख लोगों को निमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है. कांग्रेस के जिला अध्यक्ष को निमंत्रण पत्र दे दिया गया है, जो अपने-अपने जिले में वितरित करेंगे. इसके अलावा कुछ लोगों को पोस्ट कार्ड के जरिए भेजे जा रहे हैं.
राज बब्बर सहित कई नेताओं पर सस्पेंस
भारत जोड़ो यात्रा के यूपी आगमन पर उसके कुशल संचालन के लिए बनी पार्टी की समन्वय समिति से राज बब्बर को जगह नहीं मिल सकी जबकि सलमान खुर्शीद, अजय लल्लू और निर्मल खत्री जैसे सरीखे तीनों पूर्व अध्यक्षों को अहम जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा इस समन्वय समिति में पूर्व सांसदों और विधायकों को भी रखा गया है, लेकिन लंबी-चौड़ी कमेटी में राज बब्बर को नहीं रखा गया. ऐसे में राज बब्बर भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे कि नहीं, इस पर सस्पेंस बना हुआ है. ऐसे ही यूपी में कई वरिष्ठ और पुराने कांग्रेसी नेता के भी शिरकत करने पर सस्पेंस बना हुआ है.