प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक व जनसत्ता दल के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (MLA Raja Bhaiya) एक बार फिर से सुर्खियों में है. उन्होंने मोदी सरकार द्वारा लाए नए वक्फ विधेयक (Waqf Bill 2024) की जोरदार सराहना की है. राजा भैया ने कहा कि वक्फ बोर्ड के पास इतनी अधिक ताकत होना, देश के लिए घातक हो सकता है. इसपर वक्फ बिल लाने के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद.
कुंडा विधायक राजा भैया ने गुजरात के राजकोट में अपने प्रवास के दौरान महाराज मांधाता सिंह द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में ये बात कही. इस दौरान उन्होंने वक्फ बोर्ड की ताकत को राष्ट्रीय चिंता का विषय बताया. बकौल राजा भैया- भारत को छोड़कर दुनिया के किसी भी देश में वक्फ बोर्ड जैसी कोई संस्था नहीं है. तो फिर भारत में इसको लेकर इतनी बहस क्यों.
रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने 2013 में यूपीए सरकार द्वारा वक्फ बोर्ड की शक्तियों में किए गए विस्तार का भी उल्लेख किया. उन्होंने इसे एकतरफा और विशेष ताकत बताते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड की इतनी ताकत होना देश के लिए घातक हो सकता है. राजा भैया ने साफ कहा कि वक्फ बोर्ड का मौजूदा स्वरूप और उसकी शक्तियां भारतीय समाज और संविधान के लिए एक बड़ी चुनौती है.
वक्फ बोर्ड पर कुंडा विधायक ने उठाए सवाल
राजा भैया ने वक्फ बोर्ड के अधिकार क्षेत्र पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड की शक्ति का दायरा इतना बड़ा है कि वह बिना किसी न्यायिक हस्तक्षेप के संपत्तियों को अपने अधीन कर सकता है. कुंडा विधायक ने 2013 के वक्फ एक्ट का जिक्र करते हुए बताया कि इस एक्ट के तहत वक्फ बोर्ड को जो अधिकार मिले हैं, वे सामान्य नागरिक अधिकारों के विपरीत हैं. वक्फ बोर्ड के समर्थन में कुछ मौलाना मोबाइल के जरिए समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं, जो कि एक गंभीर स्थिति को दर्शाता है. यह केवल राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक संतुलन का मामला है.
राजा भैया ने की पीएम मोदी की तारीफ
राजा भैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने वक्फ बोर्ड पर नियंत्रण लाने के लिए जो कदम उठाए हैं, वे प्रशंसनीय हैं. उन्होंने कहा कि यह एक कठिन निर्णय है और इसे लागू करना उतना ही चुनौतीपूर्ण होगा. लेकिन हमें अपने नेता के इस कदम का समर्थन करना चाहिए और उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए. हमें उनपर भरोसा है.
क्या है वक्फ बिल?
दरअसल, केंद्र सरकार ने 8 अगस्त को लोकसभा में दो विधेयक वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 और मुसलमान वक्फ (खात्मा) विधेयक 2024 पेश किए थे. सरकार के मुताबिक, इन विधेयकों का उद्देश्य वक्फ बोर्ड के कामकाज के तौर तरीकों में सुधार लाना और वक्फ संपत्तियों का कुशल प्रबंधन सुनिश्चित करना है. विपक्ष ने कुछ प्रावधानों पर कड़ी आपत्ति जताई. उसके बाद इसे आगे की जांच के लिए संसद की संयुक्त समिति को भेजा गया.
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू का कहना था कि चंद लोगों ने पूरे वक्फ बोर्ड पर कब्जा कर रखा है. आम मुस्लिमों को जो न्याय-इंसाफ नहीं मिला, उसे सही करने के लिए यह बिल लाया गया है. नया विधेयक जो लाया गया 1995 के वक्फ कानून में बदलाव करेगा. इसका मकसद वक्फ बोर्ड के कामकाज में पारदर्शिता लाना है.