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ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन, महापंचायत में पहुंचे राकेश टिकैत

ग्रेटर नोएडा में संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में हजारों किसानों ने मुआवजे, 10% विकसित भूखंड और लंबित मांगों को लेकर महापंचायत की. राकेश टिकैत समेत कई नेता शामिल हुए. प्रशासन ने भारी सुरक्षा व्यवस्था की, लेकिन प्राधिकरण ने कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी. किसान नेताओं ने चेतावनी दी कि मांगें पूरी न होने पर आंदोलन और तेज होगा.

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किसान नेताओं ने आंदोलन और तेज करने की दी चेतावनी.
किसान नेताओं ने आंदोलन और तेज करने की दी चेतावनी.

ग्रेटर नोएडा में किसानों का विरोध आंदोलन जोर पकड़ता जा रहा है. संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में हजारों किसानों ने एक बार फिर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के बाहर महापंचायत की है. इस दौरान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में हो रही महापंचायत में हजारों किसान जुटे हैं.

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दरअसल, किसानों का यह प्रदर्शन 10 फीसदी विकसित भूखंड, बढ़े मुआवजे और अन्य लंबित मांगों को लेकर हो रहा है. प्रदर्शन में राकेश टिकैत समेत आधा दर्जन से अधिक किसान संगठनों के नेता हिस्सा लिया हैं. संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले इस महापंचायत का आयोजन किया गया है. इसमें हजारों किसान शामिल हुए हैं. किसान संगठनों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, उनका संघर्ष जारी रहेगा.

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सुरक्षा व्यवस्था के लिए 700 पुलिसकर्मियों की तैनाती

महापंचायत को देखते हुए ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के आसपास भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. करीब 700 पुलिसकर्मियों की तैनाती के साथ ही पीएसी की दो बटालियन भी मौके पर मौजूद हैं. प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए हैं. वहीं, किसान संगठनों का कहना है कि मांगें पूरी होने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा.

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किसान नेताओं ने आंदोलन और तेज करने की दी चेतावनी

मगर, अभी तक इस प्रदर्शन पर प्राधिकरण की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है. महापंचायत के दौरान किसान नेताओं ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं होतीं, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा. उनका कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा.

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