अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में करीब 4000 साधु-संतों और धर्माचार्यों के साथ ढाई हजार अन्य विशिष्ट व्यक्तियों को राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा बुलाने की बात कही गई है. इन विशिष्ट व्यक्तियों में कई बड़े नाम के साथ राम मंदिर के लिए 1 करोड़ या उसे अधिक के दानदाताओं और सभी राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टियों के अध्यक्ष भी शामिल हैं.
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जिन लोगो को आमंत्रित किया गया है, उसमें सबसे अधिक संख्या साधु संतों और उन लोगों की है जो मठ मंदिर और पंथ से जुड़े चर्चित चेहरे हैं. इनकी संख्या 4000 है. इसके बाद 2500 लोगों की संख्या विशिष्ट व्यक्तियों की है.
इसमें खेल, फिल्म, शिक्षा समेत विभिन्न विधाओं में नामचीन और पुरस्कृत व्यक्ति, राम मंदिर आंदोलन में जान देने वालों के परिजन, राम मंदिर निर्माण में विशिष्ट भूमिका निभाने वाले व्यक्ति, मित्र देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले विदेशी प्रतिनिधियों के अलावा 1 करोड़ या उससे अधिक के दानदाता शामिल हैं.
इन पार्टियों के अध्यक्षों को न्योता
इसके बाद जो नाम चौंकाने वाले हैं, उसमें राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. यानी कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाजपा के साथ ही कांग्रेस, आप, बसपा, सीपीआईएम और एनपीपी के राष्ट्रीय अध्यक्षों को भी आमंत्रित किया जा रहा है.
चंपत राय करेंगे मंच का संचालन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए सबसे पहले मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट पहुंचेंगे. वहां से श्री राम जन्मभूमि परिसर, कुबेर टीला, शिव मंदिर फिर श्री राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भ गृह में हो रही प्राण प्रतिष्ठा पूजा में भाग लेंगे. पूजन के बाद रामलला की आरती करेंगे.
इसके बाद मंदिर के नीचे बने मंच पर पहुंचेंगे. मंच का संचालन श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय करेंगे. उनके साथ ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास, सर संघ चालक मोहन भागवत, सीएम योगी आदित्यनाथ और सूबे की गवर्नर भी मौजूद रहेंगी.
ट्रस्ट के लोग करेंगे विशिष्ट अतिथियों का स्वागत
प्रकाश गुप्ता (श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय व्यवस्थापक) ने बताया कि पीएम सबसे पहले कुबेर टीला जाएंगे. वहां जटायु की मूर्ति का पूजन करेंगे. वहां हमारा पुराना शिव मंदिर बना हुआ है. वहां भी पूजन और प्रार्थना कर सकते हैं. उसके बाद प्राण प्रतिष्ठा स्थल पर जाएंगे. मंदिर के गर्भ गृह में जो भी पूजन कार्यक्रम होगा, उसमे भाग लेंगे. उसके बाद आरती करेंगे.
आरती के बाद जो विशिष्ट अतिथि आएंगे, उनका मंच पर ट्रस्ट के लोग स्वागत करेंगे. उसके बाद प्रधानमंत्री जी भाषण देंगे. भाषण के बाद ट्रस्ट के अध्यक्ष आशीर्वचन देंगे. पीएम के बाद ही लोग निकल सकेंगे. हो सकता है पीएम पौधारोपण करें. यह पूरा कार्यक्रम करीब एक से सवा घंटा चलेगा.
गोविंद देवगिरी (श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कोषाध्यक्ष) ने बताया कि प्रधानमंत्री जी जब आएंगे तो सबसे पहले जटायु के सामने जाकर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे. जटायु महाराज उन सभी बलिदानी शहीदों के प्रतीक और प्रतिनिधि हैं जिन्होंने भगवान श्री राम की सेवा में अपने प्राणों को अर्पण किया. जटायु से लेकर कार सेवक तक जो बलिदानी हैं, उन सबके लिए प्रतीक के रूप में पूजन होगा. इसके बाद प्रधानमंत्री श्री राम की पूजा के लिए पधारेंगे.