
यूपी के कानपुर में रामनवमी पर अलग-अलग जगहों पर शोभायात्राएं निकाली गई थीं, जिनमें डीजे को लेकर पुलिस और हिंदू संगठनों में विवाद हो गया था. पुलिस का कहना था कि डीजे कम आवाज में बजेगा तो हिंदू संगठनों का आरोप था कि पुलिस डीजे जबरन बंद करा रही है. इसको लेकर हिंदू संगठन और बीजेपी कार्यकर्ता दो दिनों से पुलिस का घेराव कर रहे थे और विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे. जिसके बाद अब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर एक्शन लिया है.
गौरतलब है कि रामनवमी पर शोभायात्रा के दौरान कानपुर में हंगामा भी हुआ था. कथित तौर पर पुलिस पर जूता भी फेंका गया था और पथराव की अफवाह फैलाने की भी कोशिश की गई थी. हंगामा करते हुए बीजेपी और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता जाम लगाकर सड़कों पर बैठ गए थे. इस पूरे मामले में कानपुर पुलिस ने सख्त एक्शन लिया है. पुलिस ने बीजेपी नेताओं समेत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संगठनों के 200 से अधिक लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
कानपुर पुलिस का एक्शन
रामनवमी पर हंगामा, बवाल, पुलिस पर जूता फेंकने और पथराव की अफवाह फैलाने के मामले में कानपुर पुलिस कमिश्नर के आदेश पर सख्त एक्शन हुआ है. करीब 200 लोगों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. इनमें 110 लोगों के खिलाफ जाम लगाने, हंगामा-बवाल करने को लेकर केस दर्ज किया गया है, जिसमें बीजेपी नेता और पार्षद भी शामिल हैं.

बता दें कि पुलिस ने दंगा भड़काने की साजिश, 7 सीएलए जैसी गंभीर धाराओं में ये केस दर्ज किए हैं. इन 200 लोगों में 30 लोगों के खिलाफ कानपुर के रावतपुर में पुलिस पर जूता फेंकने को लेकर केस दर्ज किया गया है.
हिंदू संगठनों का आरोप
वहीं, हिंदू संगठनों का कहना है कि कानपुर में हमेशा से ही रामनवमी के दिन शोभायात्राएं निकली रही हैं. इसको लेकर पुलिस से बैठक भी हुई थी. मगर उस दौरान पुलिस ने डीजे को लेकर कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किए थे. आखिर मौके पर पुलिस ने डीजे बंद करा दिए. इसको लेकर बीजेपी नेताओं-कार्यकर्ताओं और हिंदू संगठनों में काफी गुस्सा था. विरोध किया गया तो मुकदमे लाद दिए गए.
उधर, कानपुर पुलिस का कहना है कि डीजे को लेकर कोर्ट की गाइडलाइन है और उसका पालन कराया गया. तेज आवाज में बज रहे डीजे को ही बंद किया गया था.
पथराव की अफवाह फैलाने वालों पर मूलगंज थाने में 7 सीएलए, दंगा भड़काने की साजिश समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है. रावतपुर में शोभायात्रा के दौरान पुलिस पर जूता फेंकने पर 30 पर FIR हुई है. कानपुर पुलिस द्वारा दर्ज किए गए मुकदमे में BNS 121,122,132,223,191 जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं. जैसे- बलवा, दंगा फैलाने की कोशिश, सरकारी अफसर को चोट पहुंचाना, सरकारी काम में बाधा डालना आदि.
FIR में नामजद कुछ नेताओं की प्रोफाइल
1- सीमा सिंह, बीजेपी की जिला मंत्री
2- राकेश, मसवानपुर रामनवमी समिति के अध्यक्ष
3- आयुष शुक्ला, बीजेपी के वार्ड अध्यक्ष
4- महेंद्र तिवारी, बीजेपी अंत्योदय प्रकोष्ठ के संयोजक
5- नीरज कुरील, बीजेपी पार्षद
6- राजा पांडित, हिंदू राजगरण मंच के पूर्व जिलाध्यक्ष
7- रामअवतार प्रजापति, पूर्व पार्षद
8- एडवोकेट मोहित बाजपेई, बजरंग दल जिला कार्य समिति के सदस्य