यूपी के पूर्व सीएम एवं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पर निशाना साधा. कहा कि वो (केशव प्रसाद) डिप्टी सीएम हैं और उनके मुकदमे वापस हुए हैं. आप (केशव प्रसाद) से बेहतर कौन समझेगा की गुंडा कौन है.
बीजेपी में जो पिछड़ा जाता है, उसकी आत्मा मर जाती है
अखिलेश ने डिप्टी सीएम पर तंज कसते हुए कहा, "बीजेपी में जो पिछड़ा चला जाता है, उसकी आत्मा मर जाती है. इस तरह से उनको अपमानित किया जा रहा है. उनको शर्म आनी चाहिए. उन्हें स्टूल पर बैठाया गया है. मुख्यमंत्री जी को असिस्टेंट चाहिए था जो कि उनकी अनुपस्थिति में बोले." इसके साथ ही अखिलेश ने वैलेंटाइन वीक को लेकर भी बीजेपी पर हमला बोला. कहा कि वो हग-डे इसलिए मना रहे हैं कि गाय के पास कई बार बैठकर अच्छा अनुभव होता है.
मुख्यमंत्री शूद्र की परिभाषा कभी नहीं बता सकते
वहीं, रामचरितमानस की चौपाई पर मचे घमासान के बीच अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री शूद्र की परिभाषा कभी नहीं बता सकते. जब वो अपने पड़ोसी जिले में गए थे और शूद्र बच्चों से मिलना था तो उन्हें साबुन से नहलाया गया था. किसी भी मुख्यमंत्री ने कालिदास मार्ग को गंगाजल से नहीं धुलवाया था. इस सरकार को पहले गंगा जल को आचमन लायक बनाना चाहिए.
बीजेपी के लिए 'चल सन्यासी मंदिर में' गाना गा रहे
अखिलेश ने कहा कि इस मामले में बीजेपी कभी सामने नहीं आना चाहती. कर्ण ने क्या फील किया था, दिनकर जी का क्या भाव था, ये बीजेपी को याद करना चाहिए. हमारी मांग है कि जातिगत जनगणना हो, लेकिन बीजेपी ये कभी नहीं करना चाहेगी. इसके साथ ही ओपी राजभर द्वारा गाजीपुर के नाम बदलने को लेकर अखिलेश ने कहा कि वो आजकल बीजेपी के लिए 'चल सन्यासी मंदिर में' गाना गा रहे हैं.