उत्तर प्रदेश की अमरोहा सीट से बसपा सांसद दानिश अली का एक बयान सुर्खियों में आ गया है. उन्होंने एक कार्यक्रम में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के बयान पर टिप्पणी करते हुए कह दिया कि अगर मैं भी जूता निकाल कर मार देता तो बात बराबर हो जाती. देश-दुनिया के सामने आज बीजेपी के लोग अपना मुंह नहीं उठा सकते.
बता दें कि बीते दिन सांसद दानिश अली हसनपुर से दाउदपुर मार्ग का उद्घाटन करने पहुंचे थे. इसी दौरान मंच से भाषण के वक्त उन्होंने विवादित बयान दे डाला. दानिश अली ने कहा- अगर मैं भी जूता निकाल कर मार देता तो बात बराबर हो जाती कि साहब ठीक किया. उसने ऐसा किया तो तुमने भी कर दिया. बात आई-गई हो गई है. आज पूरे देश के सामने बीजेपी के लोग अपना मुंह नहीं उठा सकते. उनके पास कोई जवाब नहीं है.
और क्या बोले बसपा सांसद?
भाषण के दौरान दानिश अली ने कहा- मैं उन लोगों में से नहीं हूं कि MP-MLA बन गए, ठप्पा लग गया और टीए-डीए लेकर निकल लिए. मैंने कई लोगों को बोलना सिखा दिया जो कभी लोकसभा व विधानसभा में हाजिरी नहीं लगाते थे. आज पिछले 4-साढ़े 4 साल में ये नौबत आ गई है कि जनप्रतिनिधियों को बोलना पड़ता है विधानसभा और लोकसभा में. हम अच्छा काम करने के लिए आए हैं और हम इस लोकतंत्र में विश्वास रखते हैं.
बकौल दानिश अली- मैं अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सदन में सुबह से शाम तक बैठता हूं. पता नहीं कब, कौन सा नफरती मेरे लिए क्या कह दे. मेरे काम को लेकर कुछ कह दे. कम से कम उसका जवाब देने के लिए तो वहां मौजूद रहता हूं. वरना मुझे भी जरूरत नहीं थी. मैं भी साइन करके अपना भाषण करके सो रहा होता.
जो लोग आरोप लगा रहे हैं कि दानिश अली टोका-टाकी करता है और पीएम के लिए अपशब्द कहे. मैं उनको चैलेंज करता हूं प्रूफ लाओ. ऐसी गलत सोच उनकी हो सकती है हमारी नहीं है.
गौरतलब है कि दानिश अली ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि रमेश बिधूड़ी पर एक्शन लिया जाए ताकि आगे सदन में ऐसी घटनाएं नहीं हों. इसके अलावा दानिश अली ने अपने लिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की मांग भी की. फिलहाल, पिछले कुछ दिनों दानिश अली और रमेश बिधूड़ी मामले पर विवाद जारी है.