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बाराबंकी में दिखी डॉलफिन को किया गया रेस्क्यू, वन विभाग ने सरयू नदी में छोड़ा

बाराबंकी में मादा डॉल्फिन को रेस्क्यू किया गया. वन विभाग की टीम ने इसके बाद उसे सरयू नदी में छोड़ दिया. वन कर्मियों के मुताबिक, डॉल्फिन की लंबाई 6 फुट 3 इंच के करीब है और उसका वजह 70 किलो बताया जा रहा है. देवा क्षेत्र में निकली डबल शारदा सहायक नहर में दो डॉल्फिन्स को देखा गया था. 

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स्थानीय लोगों ने डॉल्फिन को देखकर वन विभाग को दी थी सूचना.
स्थानीय लोगों ने डॉल्फिन को देखकर वन विभाग को दी थी सूचना.

यूपी के बाराबंकी में शारदा नहर में 2 डॉलफिन को शनिवार को देखा गया था. इसके बाद उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई थी. लोग अपने मोबाइल में डॉल्फिन की वीडियो तस्वीरें लेते नजर आए. एक मादा डॉलफिन को रेस्क्यू रविवार को कर लिया गया था. वहीं, दूसरी को सोमवार को वन विभाग और टर्टल सर्वाइवल एलायंस यानी टीएसए की टीम ने रेस्क्यू करके सरयू नदी में छोड़ दिया. 

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डॉलफिन की सूचना वन विभाग को देने वाले देवा के रहने वाले खालिद ने बताया कि हम लोग इधर से निकल रहे थे. तभी किसी ने बताया कि यहां दो-दो डॉलफिन तैर रही हैं. हमने तुरंत वन विभाग की टीम को सूचित किया. इस पर डॉलफिन का रेस्क्यू किया गया.

देखें वीडियो... 

पहली नर और दूसरी मादा डॉल्फिन थी

वन विभाग के डीएफओ रुस्तम परवेज ने बताया कि दो डॉल्फिन देवा क्षेत्र के मित्तई के पास शारदा नहर में देखी गई थीं. रेस्क्यू किया गया, तो पहली एक नर डॉल्फिन फिश मिली थी. सोमवार को दूसरी मादा डॉलफिन को भी रेस्क्यू करके सरयू नदी में छोड़ दिया गया. इसकी लंबाई 6 फुट 3 इंच करीब है और इसका वजह 70 किलो के करीब था.

चलाया गया 72 घंटों का रेस्क्यू मिशन 

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प्रभागीय निदेशक रुस्तम परवेज और टर्टल सर्वाइवल एलायंस के डॉ. शैलेंद्र सिंह और अरुणिमा सिंह संयुक्त टीम ने किया रेस्क्यू किया. करीब 72 घंटे से जारी रेस्क्यू मिशन में राष्ट्रीय जलीय जीव डॉल्फिन (Platanista gangetica gangetica) को देवा क्षेत्र के ग्राम खनवहा के पास शारदा नहर से रेस्क्यू किया गया. दोनों को रामनगर स्थित सरयू नदी में छोड़ दिया. 

2009 में राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया गया था 

बता दें यह मीठे पानी में रहने वाली दृष्टिहीन डॉल्फिन होती हैं, जिसको साल 2009 में देश का राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया गया है. गोताखोरों की मदद से डॉल्फिन को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया था. 

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