राजधानी दिल्ली में इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक के बाद गठबंधन में बहुजन समाज पार्टी को शामिल करने की चर्चाएं चल रही हैं. अब राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी ने बसपा को इंडिया गठबंधन में शामिल करने की खबरों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और उन्होंने कहा कि गठबंधन के घटक दलों के बीच जल्द ही सीटों का बंटवारा हो जाएगा.
'उन्हें कोई जबरदस्ती शामिल नहीं कर सकता'
रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने रविवार को गांव अहेड़ा में समरसता अभियान की शुरुआत करने पहुंचे थे. इस दौरान बीएसपी के इंडिया ब्लॉक में शामिल किए जाने की संभावना के बारे में बोलते हुए कहा कि विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक में बसपा को शामिल करने के लिए कोई बातचीत नहीं चल रही है.
उन्होंने कहा कि हम बीएसपी से बात नहीं कर रहे हैं. मीडिया में खबरें चल रही हैं, लेकिन इस पर फैसला बसपा को ही करना होगा. बसपा प्रमुख मायावती पहले दिन से कहती रही हैं कि वो इंडिया गुट में शामिल नहीं होना चाहतीं. उन्हें जबरदस्ती गठबंधन में शामिल नहीं किया जा सकता.
'जल्द होगी सीटों का बंटवारा'
जयंत चौधरी के मुताबिक, इंडिया गठबंधन के घटक दलों के बीच जल्द ही सीटों का बंटवारा हो जाएगा. हालांकि, अभी किसी भी दल ने इस संबंध में अपना कोई भी दावा नहीं किया है.
'सरकार दबाव में लेती है फैसले'
इस दौरान जब उनसे WFI के निलंबन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि खेल मंत्रालय ने ये फैसला तब लिया है. जब खिलाड़ियों ने अपने पद्मश्री पुरस्कार लौटा दिए तो सरकार दबाव में आ गई. इसके बाद ये फैसला लिया गया है.
बता दें कि डब्ल्यूएफआई ने अपने चुनाव के नतीजों को 21 दिसंबर को जारी किए थे, जिसमें पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह और उनके पैनल ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की है. इसके बाद यौन शोषण का आरोप लगाने वाली पहलवानों ने विरोध किया और महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास ले लिए. इसके बाद बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री आवास के पास कर्तव्य पथ पर एक नोट के रास्ते पर रख दिया था.
इस पूरे घटनाक्रम के बाद खेल मंत्रालय ने संविधान के प्रावधानों का पालन नहीं करने पर भारतीय कुश्ती महासंघ को निलंबित कर दिया.