उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में बैंककर्मी की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. हत्यारों ने लूट के बाद बैंककर्मी की लाठी-डंडों व ईंट-पत्थर से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी थी. फिर शव को गन्ने के खेत में फेंक कर फरार हो गए थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल की गई लाठी, डंडे और पत्थर भी जब्त कर लिए हैं.
बता दें, लापता प्राइवेट बैंककर्मी का शव बुधवार की शाम लखनऊ-टकनपुर बाईपास पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज के पास गन्ने के खेत में पड़ा मिला. 24 साल का युसूफ शनिवार रात करीब 11 बजे पीलीभीत रेलवे स्टेशन पर उतरा. सुनगढ़ी थाना क्षेत्र के गांव चिड़ियादाह में अपनी ननिहाल जाने के लिए निकला. इस दौरान यूसुफ ने मामा इलियास को फोन कर दरवाजा खुला रखने को कहा था. जब काफी देर तक यूसुफ घर नहीं पहुंचा तो मामा ने फोन किया, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया.
लूट के बाद पीट-पीटकर की थी बैंककर्मी की हत्या
इसके बाद परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई. बुधवार सुबह यूसुफ का बैग एक झाड़ियां में मिला साथ ही परिजनों ने जब अकाउंट की डिटेल निकाली तो घटना वाले दिन 98 हजार रुपये संजीव नाम के युवक के खाते में ट्रांसफर हुए थे. इसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर एक युवक को उठाया तो उसने पूरी घटना का खुलासा कर दिया.
लूट के इरादे से आरोपियों ने आरोपियों ने यूसुफ को पहले जमाकर पीटा और उसकी मौत के बाद शव घटना से 3 किलोमीटर दूर फ्लाईओवर के नीचे जाकर फेंक दिया और फरार हो गए. मृतक और आरोपी दोनों अलग-अलग समुदाय के हैं. इसलिए माहौल खराब न हो इसलिए इलाके में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है.
पुलिस ने हत्या के मामले में सात आरोपियों को किया गिरफ्तार
इस मामले पर एएसपी ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि यूसुफ के साथ लूटपाट की गई थी. जिसका विरोध करने पर आरोपियों ने मिलकर उसे लाठी- डंडे और ईट- पत्थर से पीट-पीटकर उसे को मौत के घाट उतार दिया था. इसके बाद उसे घटना से डेढ़ किलोमीटर दूर ले जाकर फेंक दिया था. आरोपियों ने मृतक के मोबाइल से रुपये ट्रांसफर किए थे. इसी सुराग से हम घटना का खुलासा कर पाए. सभी 7 आरोपी को जेल भेज दिया गया है.