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हम दुनिया छोड़कर जा रहे, ये फोटो सबको दिखा देना... सौरभ ने सुसाइड से पहले नौकर गोलू को भेजा था मैसेज, रात में घर भी गया था

सौरभ बब्बर के नौकर गोलू का कहना है कि 9 अगस्त की रात को भैया मुझे दुकान की चाबी देकर चले गए. फिर उसके बाद से लापता हो गए. कमेटी मेंबर्स के लोग कह रहे हैं कि 10 अगस्त को लकी ड्रॉ था. सौरभ भैया ने उन्हें बुलाया था, मगर न उन्होंने फोन का जवाब दिया और न वो खुद आए. बाद में सुसाइड की खबर आई.

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सहारनपुर: सौरभ की दुकान में काम करने वाला गोलू
सहारनपुर: सौरभ की दुकान में काम करने वाला गोलू

सहारनपुर के ज्वैलर सौरभ बब्बर द्वारा सुसाइड करने के बाद अब सबकी जुबान पर एक ही सवाल है कि आखिर घटना वाले दिन ऐसा क्या हुआ जिसके चलते सौरभ ने पत्नी मोना संग नदी में छलांग लगा दी. इसको लेकर जब सौरभ की दुकान में काम करने वाले गोलू से बात की गई तो उसने पूरी कहानी बताई. गोलू का कहना है कि 9 अगस्त की रात को सौरभ भैया मुझे दुकान की चाबी देकर चले गए. चाबी देने के लिए मेरे घर आए थे. लेकिन उसके बाद से लापता हो गए. कमेटी मेंबर्स के लोग कह रहे हैं कि 10 अगस्त को लकी ड्रॉ था. भैया ने खुद उन्हें एक होटल में बुलाया था, मगर न उन्होंने फोन का जवाब दिया और न वो खुद आए. इसके बाद 11 अगस्त को पता चला उन्होंने भाभी के साथ सुसाइड कर लिया है. भाभी की लाश अभी तक नहीं मिली है. 

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'आज तक' से बात करते हुए गोलू ने कहा कि मैं सौरभ बब्बर भैया को तब से जानता हूं जब उन्होंने ज्वैलरी की दुकान 12 साल पहले खोली थी. सौरभ भैया मेरे पास 9 अगस्त की रात को आए और मुझे दुकान की चाबी देकर चले गए. मैं दिन भर सौरभ भैया की दुकान पर ही रहता था और रात को सोने के लिए अपने घर चला जाता था. सौरभ भैया चाबी देने के लिए मेरे घर आए थे और उसके बाद से लापता हो गए. सौरभ भैया कमेटी तो काफी समय से चला रहे थे और सब कुछ ठीक चल रहा था, पता नहीं एकदम से ऐसा कौन सा डिप्रेशन आया जो भैया को ऐसा करना पड़ा.

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बकौल गोलू- भैया गोल्ड कमेटी चलाते थे जिसे किट्टी कमेटी भी बोलते हैं. इसमें हर महीने एक मेंबर ₹2000 देता है. इसी तरह से 6-7 कमेटी चल रही थी. जिसकी पहले कमेटी खुल जाती थी उसे ₹25000 का गोल्ड/सिल्वर देते थे और उसके बाद उसकी कमेटी वहीं खत्म हो जाती थी. भैया मार्केट से ही गोल्ड खरीदते थे और लोगों से पेमेंट लेते थे, लेकिन किससे गोल्ड लेते थे ये मुझे नहीं पता. भैया खुद ही डील करते थे. मैं सिर्फ सामान लाने-ले जाने का काम करता था, जिससे भी बोलते थे. अभी तक भाभी (मोना) का कुछ भी पता नहीं चला है. 

गोलू के मुताबिक, इस घटना से पहले (गंगा में कूदने से पहले) सौरभ भैया ने मुझे व्हाट्सएप पर दो फोटो और ऑडियो भेजी थी. फोटो हरिद्वार के पुल की थी. ऑडियो में बोल रहे थे कि गोलू यह सबको दिखा देना, हम जा रहे हैं दुनिया छोड़कर. सच कह रहा हूं भैया ने कभी भी ऐसा महसूस होने नहीं दिया कि वह अंदर से कितने डिप्रेशन में थे.

गौरतलब हो कि कर्ज के बोझ तले दबे सहारनपुर के किशुनपपुरा निवासी ज्वैलर सौरभ बब्बर ने पत्नी मोना संग हरिद्वार की गंगा नदी में कूदकर सुसाइड कर लिया. सोमवार को सौरभ का शव बरामद हुआ था. जिसके बाद उसे सहारनपुर लाया गया और अंतिम संस्कार किया गया. हालांकि, पत्नी मोना का शव अभी तक नहीं मिला है. दंपति की मौत से हर कोई सदमे में है. परिवार में कोहराम मचा हुआ. दंपति के दो बच्चे हैं. बेटी 11 साल की और बेटा 7 साल का. 

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