लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई में एनडीए की सरकार बनने जा रही है. लेकिन उत्तर प्रदेश में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि उम्मीद के मुताबित प्रदर्शन नहीं कर पाई है. वहीं दूसरी तरफ 80 में से 37 सीटों पर जीत हासिल कर समाजवादी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया. जीत की खुशी को मनाने के लिए पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कई जगहों पर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने तंज कसने वाले बड़े-बड़े होर्डिंग लगा दिए. जिस पर लिखा था 'घमंड टूटने की बधाई'.
नगर निगम के अधिकारियों की नजर जब इस होर्डिंग पर लगी तो तुरंत ही इसे उतरवा दिया गया. साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात भी कही. लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब एनडीए की सरकार बनने जा रही है. बावजूद इसके चिढ़ने और चिढ़ाने का दौर जारी है.
चुनाव के नतीजे आने के बाद चिढ़ने और चिढ़ाने का दौर शुरू
तंज कसने वाला पोस्टर वाराणसी में अलग-अलग जगहों के यूनीपोल पर टंगा हुआ नजर आया. जिस पर लिखा था 'घमंड टूटने की बधाई'. साथ ही होर्डिंग की अगली लाइन में समाजवादी पार्टी के नेता ईशान श्रीवास्तव का नाम के साथ प्रदेश कोषाध्यक्ष युवजन लिखा हुआ था.
होर्डिंग के बैकग्राउंड में समाजवादी पार्टी का झंडा बना हुआ था. इससे लग रहा था कि यह होर्डिंग समाजवादी पार्टी के नेता ईशान श्रीवास्तव ने ही लगवाई है. जैसे ही इस बड़ी होर्डिंग पर नजर नगर निगम के अधिकारियों पर पड़ी तो उनके हाथ पैर फूल गए और उन्होंने बगैर वक्त गवाए इन्हें उतराव दिया.
घमंड टूटने की बधाई देने वाले लगाए होर्डिंग्स, नगर निगम ने हटवाए
समाजवादी पार्टी के युवजन सभा के प्रदेश कोषाध्यक्ष ईशान श्रीवास्तव ने बताया कि हां यह होर्डिंग उनकी तरफ से अपनी खुशी का इजहार करने के लिए लगाया गया है, लेकिन इसमें किसी को निशाना नहीं बनाया गया है. यह होर्डिंग सिर्फ और सिर्फ अपनी खुशी को लोगों तक पहुंचाने का माध्यम है.
वहीं, समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुजीत यादव 'लक्कड़' ने कहा कि यह होर्डिंग उनकी पार्टी को बदनाम करने के लिए विरोधियों ने लगवाए हैं. ऐसे किसी भी होर्डिंग्स को लेकर उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को हिदायत भी दी है कि वो ऐसा न करें.
जांच के बाद नगर निगम जांच के बाद कार्रवाई करेगा
इस पूरे मामले पर नगर निगम वाराणसी के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि अभी भी आदर्श आचार संहिता लागू है और इसके बावजूद राजनीतिक होर्डिंग बगैर किसी अनुमति के अवैध रूप से शहर में चार जगह पर लगाने की सूचना मिली थी. जिन्हें महज 2 घंटे के अंदर हटावा दिया गया. अब नगर निगम पूरे मामले की जांच करके आगे की कार्रवाई में लगा हुआ है.