यूपी के कानपुर में सपा विधायक इरफान सोलंकी की मुसीबत खत्म होती नजर नहीं आ रही है. जेल में रहते हुए उन्हें एक साल होने जा रहा है. मगर, उन्हें राहत की कोई किरण नजर नहीं आ रही है. गुरुवार को एक बार फिर इरफान सोलंकी की दो मामलों में कानपुर कोर्ट में पेशी थी.
इसके लिए भारी सुरक्षा में उन्हें महाराजगंज जेल से कानपुर कोर्ट लाया गया. कोर्ट जाते हुए इरफान ने मीडिया से कहा, 'मेरे साथ फैसला नहीं, इंसाफ होगा'. एक महिला के घर पर कब्जा करने की मंशा से आगजनी करने के मामले में इरफान को कोर्ट में पेश किया गया.
'जेल में ठीक से मेडिकल चेकअप नहीं हो रहा'
साथ ही आचार संहिता के उल्लंघन मामले में भी कोर्ट में बयान दर्ज हुए. पेशी के दौरान इरफान ने जज से कहा कि उनका ठीक से मेडिकल चेकअप जेल में नहीं हो रहा है. उनका स्वास्थ्य भी काफी गड़बड़ है. इसके बाद कोर्ट ने उनसे लिखित शिकायत देने की बात कही.
बांग्लादेशी नागरिक के लिए सिफारिश पत्र लिखने का आरोप
इरफान के खिलाफ कोर्ट में इस वक्त आठ मुकदमे चल रहे हैं. इसमें महिला के प्लाट में आगजनी, अपनी पहचान बदलकर फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल करके हवाई यात्रा करने, बांग्लादेशी नागरिक के लिए सिफारिश पत्र लिखने और जमीनों पर कब्जा करने के मामले हैं.
आगजनी के मामले में चल रही है अंतिम बहस
बीते दिनों पेशी के दौरान कभी इरफान सोलंकी पुलिस से झगड़ा करते हुए दिखे, कभी धक्का मुक्की करते. कभी आंखों में नमी लेकर परेशान दिखे तो कभी मुस्कुराते हुए शेर पढ़ते नजर आए थे.
बता दें कि महिला के घर में आगजनी के मामले में मुकदमा अंतिम दौर पर है. सबके बयान हो चुके हैं. अंतिम बहस चल रही है. ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि जल्द ही फैसला आएगा. अगर इरफान दोषी करार दिए जाते हैं तो उनकी विधायकी भी जाएगी.