संभल में जारी होली और जुमे के तनाव के बीच संदिग्ध परिस्थितियों में बीजेपी नेता की मौत का मामला सामने आया है. BJP नेता गुलफाम सिंह यादव की मौत के बाद पूरे इलाके में हड़कप मच गया है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि बीजेपी नेता ने मौत से पहले बताया था कि उन्हें सोते वक्त किसी ने जहरीला इंजेक्शन लगाया था. इसके बाद वह बेहोश हो गए और बाद में अस्पताल ले जाते वक्त उनकी मौत हो गई.
पुलिस ने बताया कि सोमवार को संदिग्ध परिस्थिति में बीजेपी नेता गुलफाम सिंह यादव को जहरीला इंजेक्शन देकर हत्या कर दी गई. दोपहर को तीन बाइक सवार तीन युवक उनके घर में घुस गए और उन्हें जहरीला इंजेक्शन लगा दिया, जिसके बाद अस्पताल ले जाते वक्त उनकी मौत हो गई. पुलिस हथियारों की तलाश के लिए आसपास के इलाके में लगे हुए सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है और दावा किया जा रहा है कि पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ भी लगे हैं.
अलीगढ़ ले जाते वक्त हुई बीजेपी नेता की मौत
एसपी केके बिश्नोई ने बताया कि आज डेढ़ बजे पुलिस को दबथरा गांव के प्रधान को इंजेक्शन मारे जाने की सूचना मिली थी. पुलिस के द्वारा तुरंत मौके पर पहुंचकर घायल को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया और हालत गंभीर होने पर हायर सेंटर अलीगढ़ रेफर किया गया था. अलीगढ़ जाते समय रास्ते में मौत होने के बाद पैनल के द्वारा अलीगढ़ में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. डॉक्टर से मौत का कारण जानने का प्रयास किया जा रहा है. आसपास के सीसीटीवी कैमरे को खंगाला जा रहा है और कुछ अहम सुराग पुलिस को मिले हैं, इंजेक्शन मारने वाले लोगों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
बता दें कि गुलफाम सिंह यादव ने 2004 में हुए उपचुनाव में मुलायम सिंह यादव के खिलाफ संभल की गुन्नौर से चुनाव लड़ा था.
BJP नेता का कुछ ऐसा रहा राजनीतिक सफर
अमृता गुलफाम सिंह यादव वर्ष 1976 में आरएसएस के जिला कार्यवाह और बदायूं जनपद में भाजपा के जिला महामंत्री के पद पर रहे थे। 22 अप्रैल 1998 को सपा समर्थक शिक्षक लालाराम यादव की हत्या में नाम जप होने के बाद चर्चा में आए गुलफाम सिंह यादव को भाजपा ने वर्ष 2004 मैं विधानसभा के उपचुनाव में तत्कालीन समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के सामने मैदान में उतारा था, लेकिन वह चुनाव हार गए थे. साल 2016 में गुलफाम सिंह यादव पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्त किए गए और उसके बाद गुलफाम सिंह यादव को भाजपा प्रदेश कार्य समिति का सदस्य बनाया गया था.