यूपी के संभल में 'नेजा मेला' पर रोक लगने के बाद सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है. विपक्षी दलों ने जहां सरकार पर निशाना साधा, वहीं मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि काबुल से चलकर मठ-मंदिरों को लूटते हुए भारत पर कब्जा करने आए पहुंचे विदेशी आक्रांता की याद में मेले का आयोजन करना हरगिज जायज नहीं. महाराजा सुहेलदेव ने भी ऐसे आक्रांताओं से लोहा लिया था, मगर उनकी याद में कोई आयोजन नहीं होता, उल्टे आक्रांता की याद में जलसा करते हैं.
संभल पुलिस-प्रशासन द्वारा अचानक से 'नेजा मेला' पर रोक लगाने के सवाल पर राजभर ने कहा कि जब जानकारी हुई तब एक्शन लिया गया. इसमें किसी वाद-विवाद की गुंजाइश नहीं. पहले पूर्वांचल में लोग अंगोछा पहनते थे लेकिन अब शायद ही कोई पहनता हो. शिक्षा और जानकारी के साथ चीजों में बदलाव होता है.
सपा वाले करेंगे मेला चालू: राजभर
वहीं, अखिलेश यादव के बयान 'बीजेपी भाईचारे को खत्म करना चाहती है' पर उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा भाईचारा सपा, बसपा और कांग्रेस ने खत्म किया है. सबसे ज्यादा दंगे भी इन्हीं की सरकारों में हुए हैं. हमारी सरकार का अब 8 साल पूरा होने जा रहा है, कहीं कर्फ्यू नहीं लगा, कहीं दंगा नहीं हुआ. सपा की सरकार जब आएगी तो ये लोग दोबारा 'नेजा मेला' चालू करेंगे. फिलहाल, अभी यह लोग बैठकर माला जपें.
'नेजा मेला' पर रोक
आपको बता दें कि बीते दिन संभल जिले में प्रशासन और पुलिस ने महमूद गजनवी के भांजे और सैन्य कमांडर सैयद सालार मसूद गाजी की याद में वार्षिक ‘नेजा मेले’ के आयोजन को अनुमति देने से इनकार कर दिया था. एडिशनल एसपी श्रीशचंद ने आयोजक कमेटी से कहा था कि ‘देश को लूटने वाले’ व्यक्ति की याद में आयोजित होने वाले कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जाएगी. पुलिस ने मेले के आयोजन को 'देशद्रोह' बताया था.
संभल के एडिशनल एसपी ने 'नेजा मेला' कमेटी के लोगों से दो टूक कहा कि इतिहास गवाह है वह (मसूद गाजी) महमूद गजनवी का सेनापति था, जिसने सोमनाथ को लूटा और कत्लेआम किया. उधर, मेला कमेटी ने 18 मार्च को मेले का झंडा गाड़ने और 25, 26, 27 मार्च को मेला लगाने का प्लान बनाया था, लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी. संभल में 'नेजा मेला' का इतिहास हजारों साल पुराना बताया जा रहा है.
पुलिस ने किया फ्लैग मार्च
सैयद सालार मसूद गाजी के नाम पर लगने वाले 'नेजा मेले' की अनुमति नहीं मिलने के बाद संभल में पुलिस अलर्ट पर है. एडिशनल एसपी श्रीशचंद्र और सीओ अनुज चौधरी ने आज RRF और PAC के साथ पैदल मार्च किया. 'नेजा मेले' वाली जगह पर भारी पुलिस फोर्स का डेप्लॉयमेंट किया गया है. आसपास के इलाकों में भी निगरानी बरती जा रही है. मेले का आयोजन करने वालों को सख्त चेतावनी दी गई है.