यूपी की बदायूं लोकसभा सीट से बीजेपी ने इस बार दुर्विजय शाक्य को अपना उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी ने इस सीट से मौजूदा सांसद संघमित्रा मौर्य का टिकट काट दिया है. इस बीच आज (2 अप्रैल) सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ 'प्रबुद्ध सम्मेलन' को संबोधित करने पहुंचे. लेकिन सीएम योगी के मंच पर आने से पहले संघमित्रा मौर्य का एक वीडियो चर्चा का विषय बन गया है. इस वीडियो में मंच पर बैठीं संघमित्रा मौर्य रोती हुई नजर आ रही हैं.
दरअसल, बदायूं में सीएम योगी आदित्यनाथ के आगमन से पहले मंच पर संघमित्रा मौर्य बेहद भावुक नजर आईं. उनके बगल में मंच पर माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाबो देवी बैठी दिख रही हैं. संघमित्रा हाथों से अपने आंसू पोंछते दिखाई दे रही हैं. उनके आसपास और भी कई नेता मौजूद हैं. माइक से अनाउंसमेंट भी हो रहा है.
संघमित्रा मौर्य ने बताई वजह
हालांकि, इस बारे में पूछने पर संघमित्रा मौर्य ने कहा कि मंत्री गुलाबो देवी उन्हें राजा दशरथ की कहानी सुना रही थी, वो कहानी काफी भावुक कर देने वाली थी. इसलिए महिला होने के नाते मेरी आंखों में आंसू आ गए. संघमित्रा मौर्य ने टिकट कटने से नाराजगी की बात को सिरे से खारिज कर दिया.
उन्होंने कहा कि मैं पूरी ताकत से दुर्विजय शाक्य का चुनाव प्रचार कर रही हूं. कहीं कोई खटपट नहीं है. संघमित्रा मौर्य ने यह भी कहा कि वह कोई कमजोर महिला नहीं है, बल्कि बहादुर महिला है. आधी आबादी को रिप्रेजेंट करने वाली महिला है. मंत्री जी ने मार्मिक वृतांत सुना दिया था इसलिए आंखें नम हो गई थीं.
बता दें कि संघमित्रा यूपी के कद्दावर नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी हैं. बीजेपी छोड़ने के बाद स्वामी प्रसाद पार्टी पर काफी हमलावर रहे हैं. उन्होंने हिन्दू धर्म और ब्राह्मणों को लेकर कई टिप्पणियां की हैं जिनसे काफी विवाद हुआ. इन सबके बीच अटकलें लगाई जा रही थीं कि इस बार संघमित्रा का बदायूं से टिकट कट सकता है. आखिर में हुआ भी यही. बीजेपी ने बदायूं से संघमित्रा का टिकट काटकर दुर्विजय शाक्य को मैदान में उतार दिया है.
हालांकि, टिकट कटने के बाद भी संघमित्रा मौर्य बीजेपी प्रत्याशी के नामांकन में गई थीं. इस दौरान वह हंसते-मुस्कुराते नजर आई थीं. जिसपर लोगों ने उन्हें पार्टी का अनुशासित सिपाही बताया था. लेकिन अब संघमित्रा का रोते हुए वीडियो सामने आने के बाद तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं.
मंच पर भाषण देने से पहले वह रोती हुई नजर आईं. हालांकि, बाद में उन्होंने दुर्विजय शाक्य के समर्थन में भाषण दिया और उन्हें जिताने की अपील की. माना जा रहा है कि संघमित्रा टिकट कटने से आहत हैं.