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कानपुर चिड़ियाघर में आरिफ को देखकर 'बेचैन' हुआ सारस... देखिए Video

आज एक बार फिर आरिफ अपने सारस दोस्त से मिलने कानपुर चिड़ियाघर पहुंचे. जैसे ही आरिफ आज बाड़े के पास पहुंचे तो सारस खुशी से चहकने लगा. वह बेचैन दिखा. आरिफ ने सारस को उड़ने के लिए कहा तो वह बाड़े के अंदर ही उड़ने लगा. अभी सारस को कानपुर चिड़ियाघर में ही रखा जाएगा.

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कानपुर चिड़ियाघर में सारस से मिलता आरिफ
कानपुर चिड़ियाघर में सारस से मिलता आरिफ

उत्तर प्रदेश के अमेठी के रहने वाले आरिफ और सारस के बीच के दोस्ती के किस्से तो आपने सुने ही होंगे. उनके बिछड़ने का वाक्या भी पता होगा. आज एक बार फिर आरिफ अपने सारस दोस्त से मिलने कानपुर चिड़ियाघर पहुंचे. सारस का क्वारंटीन पीरियड खत्म होने के बाद आरिफ को चिड़ियाघर में जाने की इजाजत दी गई थी.

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जैसे ही आरिफ आज बाड़े के पास पहुंचे तो सारस खुशी से चहकने लगा. वह बेचैन दिखा. आरिफ ने सारस को उडने के लिए कहा तो वह बाड़े के अंदर ही उड़ने लगा. आरिफ और सारस के बीच कुछ मिनट की मुलाकात कराई गई. कानपुर चिड़ियाघर प्रशासन अभी सारस को बाड़े में ही रखेगा और उसके हाव-भाव की निगरानी की जाएगी.

जैसे ही सारस ने आरिफ को देखा वह अपनी गर्दन को हिलाते हुए और चोंच निकालते हुए अपने पंख को फड़फड़ाने लगा और बेचैन होकर इधर-उधर जाने लगा... मानो की आरिफ से मिलने की खुशी जाहिर कर रहा था.

आरिफ का कहना है कि सारस मिलने के लिए तड़प रहा था लेकिन प्रोटोकॉल के चलते वहां नहीं जा सकते थे. आरिफ चाहते हैं कि सारस को किसी भी पक्षी विहार में छोड़ दिया जाए. आरिफ के साथ मौजूद सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा किं सारस और आरिफ का प्रेम देखकर उनकी आंखें छलक आई

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यहां देखिए वीडियो-

इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ आरिफ भी कानपुर चिड़ियाघर पहुंचे थे. मगर दोनों को सारस से मिलने नहीं दिया गया था. उन्हें बताया गया था कि सारस को अभी 15 दिन के लिए क्वारंटीन किया गया है. हालांकि, अखिलेश और आरिफ ने सीसीटीवी के जरिए सारस को देखा था.

पक्षी विहार से चिड़ियाघर लाया गया था सारस

उत्तर प्रदेश में अमेठी के रहने वाले आरिफ के दोस्त सारस पक्षी को वन विभाग ने कानपुर के चिड़ियाघर में भेज दिया था. बता दें कि वन विभाग ने सारस को आरिफ के यहां से पकड़ा था, इसके बाद उसे रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार ले जाया गया था और कानपुर के चिड़ियाघर में सारस को 15 दिन के लिए क्वारंटीन में रखा गया था.

आरिफ का कैसे दोस्त बना था सारस?

बता दें कि अमेठी के आरिफ खान गुर्जर ने घायल सारस की देखभाल की थी, जिसके बाद आरिफ के साथ सारस रहने लगा था. सारस महीनों तक अमेठी के मांडखा गांव में आरिफ के साथ 'परिवार के सदस्य' की तरह रहा. इसी बीच अखिलेश यादव भी अमेठी पहुंचे और आरिफ-सारस से मिले थे. इसके बाद वन विभाग की टीम एक्टिव हुई और कार्रवाई शुरू हुई.

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वन अधिकारियों ने आरिफ से सारस को लेकर रायबरेली के समसपुर पक्षी अभयारण्य में पहुंचा दिया. आधिकारियों ने कहा था कि ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि सारस अपने 'प्राकृतिक वातावरण' में रह सके. रायबरेली के बाद सारस को कानपुर के चिड़ियाघर में पहुंचा दिया गया था. 

आरिफ को वन विभाग ने भेजा नोटिस

इसी बीच वन विभाग के अधिकारियों ने आरिफ के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है और नोटिस जारी किया है. हालांकि, अखिलेश यादव ने उम्मीद जताई कि सरकार इस मामले को बंद कर देगी और उस पर कोई जुर्माना नहीं लगाएगी, क्योंकि उसने सिर्फ एक घायल पक्षी की मदद की थी.

 

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