कोविड काल में स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारु बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में अस्थायी तौर पर भर्ती की गई थी. अब इन कर्मियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा तोहफा दिया है. सीएम ने कहा कि कोविड काल में अपने प्राणों की परवाह न करते हुए इन कर्मियों द्वारा किया गया दायित्व निर्वहन प्रेरणास्पद है और सेवाभावना सराहनीय है. भविष्य में होने वाली नियुक्तियों में इन कार्मिकों को वरीयता दी जाए. सीएम ने इस संबंध में नियमावली तैयार करने का निर्देश दिया है.
सेवा के बाद मानदेय कार्मिक का अधिकार
इसके साथ ही सीएम ने कहा कि कोविड काल में सेवा देने वाले सभी अस्थायी/आउटसोर्सिंग कार्मिकों को बकाया मानदेय का भुगतान तत्काल कराया जाए. यदि शासन/विभाग से भुगतान होने के बाद संबंधित एजेंसी द्वारा भुगतान नहीं किया है तो ऐसे मामलों में तुरंत भुगतान कराया जाए. सेवा के बाद मानदेय कार्मिक का अधिकार है, इसका भुगतान समय पर ही होना चाहिए.
कोविड के नए वैरिएंट पर नजर रखी जाए
कोविड की संभावित लहर को देखते हुए कहा कि आने वाले कुछ दिनों में नए केस में बढ़ोतरी हो सकती है. ऐसे में हमें अलर्ट रहना होगा. यह समय घबराने का नहीं, सतर्क और सावधान रहने का है. सभी को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. सीएम ने अधिकारियों से कहा कि कोविड के नए वैरिएंट पर लगातार नजर रखी जाए. नए केस मिलने पर उनकी जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए.
डीएपी और यूरिया की उपलब्धता नजर रखें
सीएम ने धान खरीद को लेकर भी जानकारी दी. कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अब तक 6.50 लाख किसानों से 41 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान खरीद हो चुकी है. सीएम ने प्रदेश के सभी जिलों में डीएपी और यूरिया की उपलब्धता पर नजर रखने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए.
इन मामलों पर अधिकारियों को दिए निर्देश
इस दौरान सीएम ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, प्रयागराज माघ मेला, शीतलहर को देखते हुए प्रदेश में रैन बसेरों की व्यवस्था और सबसे लंबे रिवर क्रूज 'गंगा विलास इपिक' को लेकर भी चर्चा की और अधिकारियों को निर्देश दिए. बताया कि 13 जनवरी को पीएम मोदी वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक सबसे लंबे रिवर क्रूज 'गंगा विलास इपिक' को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगें.