अयोध्या में सरयू नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार गया है. बताया जा रहा है कि जलस्तर ने पिछले 25 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इस समय में सरयू खतरे के निशान से लगभग 30 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है.
खतरे को देखते हुए प्रशासन ने एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी हैं. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रसशान ने लोगों की सुरक्षा के लिए नावों का भी इंतजाम किए हैं. बता दें, श्रावण मास में मेले और कावड़ यात्रा में भारी संख्या में लोग अयोध्या आते हैं और सरयू में स्नान करते हैं. इसी के चलते घाटों में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाया गया है.
सरयू नदी ने खतरे के निशान को पार किया
बताया जा रहा है कि पड़ोसी देश नेपाल के गिरजा व शारदा बैराज से 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जिसके चलते सरयू नदी का जलस्तर बढ़ा है. बाढ़ से तराई में बसे रामनगर तहसील क्षेत्र के सिसौंडा, दुर्गापुर और मल्लाहनपुरवा सहित दर्जनों गांव के ग्रामीणों को अपनी चपेट में ले लिया है. ग्रामीणों का कहना है कि कटाव दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है. खेती की जमीन पहले ही नदी अपनी गिरफ्तार में ले चुकी है.
प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए कमर कसी
वहीं प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की पूरी तैयारी कर ली है. आपदा प्रबंधन टीम ने मंगलवार को बाढ़ के पानी में फंसे 35 परिवारों को मोटर बोट से रेस्क्यू किया. जिले की फतेहपुर, रामनगर, सिरौलीगौसपुर, रामसनेहीघाट तहसील के गांवों में बीते दिनों हुई लगातार बारिश और नेपाल की पहाड़ियों से आए पानी से सरयू नदी उफान पर है.