scorecardresearch
 

UP: ‘फूफा बचा लो, गैंगरेप में पकड़ लिया है…’, AI से बनाई भतीजे की नकली आवाज, व्यापारी से ठगे एक लाख 

एआई जनरेटेड डीपफेक वीडियो, फोटो और कॉल के जरिये लोगों से ठगी का नया चलन शुरू हो चुका है. कानपुर में इस तरह से ठगी करने का पहला मामला सामने आया है. व्यापारी को फोन कर उसके भतीजे की एआई की तकनीक से हूबहू आवाज में बात कराई गई. फिर व्यापारी से एक लाख रुपये ठग लिए गए. 

Advertisement
X
घटना के बारे में जानकारी देते व्यापारी दिनेश सिंह.
घटना के बारे में जानकारी देते व्यापारी दिनेश सिंह.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया पर डीपफेक के मुद्दे को उठा चुके हैं. उन्होंने कहा था कि एआई-जनरेटेड वीडियो और तस्वीरें वास्तविक दिखती हैं. उन्होंने लोगों को नई तकनीक से बेहद सावधान रहने के लिए आगाह किया था. अब इसके केस कई तरह से सामने आने लगे हैं. उत्तर प्रदेश के कानपुर में एआई डीपफेक कॉल से साइबर ठगों ने आलू व्यापारी से एक लाख रुपये ऐंठ लिए. 

Advertisement

मामला 24 मार्च का है, जिसकी जानकारी अब सामने आई है. कानपुर के गुमटी में आलू का व्यापार करने वाले व्यापारी दिनेश सिंह के पास एक ठग का फोन आया. उसने अपनी पहचान दरोगा विजय के नाम से कराई. ठग ने दिनेश सिंह से कहा, ‘तुम्हारा भांजा मनोज सचेंडी इलाके में गैंगरेप के मामले में पकड़ा गया है इसे बचाना है तो दो लाख रुपये दो.’ 

यह भी पढ़ें- UP: प्रेमी युगल ने थाने में रचाई शादी, परिजनों के विरोध करने पर घर से हुए थे फरार

भतीजे की आवाज में कराई बात 

इस दौरान एआई तकनीक से दिनेश के भतीजे मनोज की हूबहू आवाज बनाकर भी सुनाई गई. कॉल के दौरान मनोज की आवाज में बोल रहा ठग दिनेश से कहता है, ‘फूफा मैं गुडगांव से कानपुर आ रहा था. सचेंडी में पुलिस ने हमको पकड़ लिया है. मुझे बचा लो.’ इसके बाद दरोगा विजय ने फिर से फोन लिया और बोला, ‘अगर भतीजे को बचाना है, तो दो लाख रुपये दो’.

Advertisement

ठग के खाते में डाले एक लाख रुपये

फोन पर भतीजे के आवाज सुनकर दिनेश सिंह घबरा गए. उन्होंने कहा कि इस समय मेरे पास इतना पैसा नहीं है. फिर उन्होंने पचास-पचास हजार रुपये करके दो बार में दरोगा विजय के बताए खाते में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर दिया. इसके बाद व्यापारी ने अपने भतीजे मनोज से फोन पर बात की, तो पता चला उसके साथ ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था.

व्यापारी ने दर्ज कराया पुलिस में केस 

अब व्यापारी को समझ में आ गया कि किसी ने इस तकनीक से फर्जी फोन कॉल किया था. एआई की मदद से भतीजे की आवाज में बात करके झांसे में लिया. मामले में अब कानपुर पुलिस ने काकादेव थाने में व्यापारी की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की है.

सायबर सेल कर रही मामले की जांच 

डीसीपी आरके गौतम का कहना है एक व्यापारी के पास फर्जी कल आई थी, जिसमें उनके भतीजे को पकड़े जाने के नाम पर पैसा ऐंठा गया था. इसकी रिपोर्ट दर्ज करके जांच की जा रही है. साइबर सेल की टीम मामले की जांच में जुटी है. बैंक एकाउंट नंबर और फोन नंबर के आधार पर आरोपियों को ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है.

Live TV

Advertisement
Advertisement