इन दिनों एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य का विवाद चर्चा में है. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोपों की झड़ी लगा दी है. मामला सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है. पति-पत्नी के बीच विवाद को लेकर लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं. इस मामले में आलोक कई बार अपना दर्द बयां कर चुके हैं. तो वहीं, ज्योति और उनके परिवार ने भी खुलकर अपनी बात रखी है. इसी मामले में फिरोजाबाद की एसडीएम बुशरा बानो ने आजतक से खास बातचीत में रिएक्शन दिया है.
एसडीएम ज्योति और आलोक के विवाद को निजी मामला बताते हुए बुशरा कहती हैं कि इस पर ज्यादा बहस नहीं होनी चाहिए. जांच चल रही है. किसी की व्यक्तिगत जिंदगी में तांक-झांक उचित नहीं है. सोशल मीडिया पर चल रही बातें और बहस, बकवास है. किसी भी इंसिडेंट को लेकर पूरी महिला जाति को टारगेट करना ठीक नहीं है.
'मैं खुद मध्यम वर्गीय परिवार से हूं और...'
एसडीएम बुशरा ने कहा कि इंस्टाग्राम, फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तरह-तरह के मीम बनाकर महिलाओं को अपमानित किया जा रहा है. बुशरा कहती हैं, "महिलाओं को हर हाल में आगे बढ़ने देना चाहिए. मैं खुद मध्यम वर्गीय परिवार से हूं और शादी के बाद ससुराल वालों ने मेरी बहुत मदद की. इसी वजह से मैं यूपीएससी का एग्जाम पास कर पाई हूं".
उधर, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एसडीएम ज्योति ने कहा है कि आलोक से उनका विवाद सफाईकर्मी या एसडीएम होने से नहीं है. ये परिवारिक मामला है. आलोक ने झूठ बोलकर शादी की. मामला कोर्ट में है. जो कहना है वहीं कहूंगी.
हालांकि, इस दौरान ज्योति ने माना कि आलोक ने पढ़ाई में उनकी हेल्प की. साथ ही कहा कि इसका मतलब ये नहीं कि टॉर्चर करेंगे. सोशल मीडिया पर जो चल रहा है, उससे कोई लेना-देना नहीं है. रिश्ता कितना भी खराब हो जाए, उसे लीगली सुलझाया जाता है. मगर, आलोक ने 12 साल के रिश्ते को पब्लिक्ली तार-तार किया है.
एसडीएम ज्योति और उनके पक्ष के बयान दर्ज
इस मामले में ज्योति ने प्रयागराज के धूमनगंज थाने में आलोक और उनके परिवार वालों के खिलाफ केस भी दर्ज कराया है. ज्योति और उनके पक्ष के बयान भी दर्ज किए जा चुके हैं. साथ ही ज्योति से इस मामले में और भी साक्ष्य उपलब्ध कराने के लिए कहा है.
दरअसल, ज्योति ने शहर के धूमनगंज थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. इसमें कहा है कि पति आलोक और ससुराल वाले फार्च्यूनर की मांग कर रहे थे. ससुराल वाले प्रताड़ित भी करते थे. उन्होंने उनके वॉट्सएप का क्लोन भी बनाया और मोबाइल से अश्लील वीडियो भी बनाए. इसको लेकर ब्लैकमेल करते थे.
'फंसाने के लिए कार्ड प्रिंट कराया गया है'
उधर, आलोक और ज्योति के विवाद के बीच एक शादी का कार्ड वायरल हुआ है. यह कार्ड ज्योति ने मीडिया के सामने लाकर दिखाया है. इसमें आलोक के नाम के नीचे जिला पंचायत अधिकारी लिखा है. इसको लेकर ज्योति ने कहा कि आलोक ने खुद को अधिकारी बताकर शादी की थी. मगर, सच कुछ और ही था.
शादी के इस कार्ड को लेकर आलोक ने कहा कि उसे फंसाने के लिए कार्ड प्रिंट कराया गया है. जब शादी हुई थी, तब ज्योति टीचर भी नहीं थीं. सिर्फ पढ़ाई कर रही थीं. कार्ड पूरी तरीके से झूठा है. पत्नी के पास कोई तथ्य नहीं है तो कार्ड को जरिया बना लिया.